सहरसा के पटेल मैदान में रविवार को पहली बार शिल्प उत्सव मेले का आयोजन किया गया। नगर आयुक्त एस के मिश्रा ने फीता काटकर मेले का उद्घाटन किया। मेला 1 जून से 18 जून तक चलेगा और सुबह 11:30 बजे से रात 9:00 बजे तक खुला रहेगा।
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मेले में 10 राज्यों से विभिन्न कलाकृतियां और उत्पाद प्रदर्शित किए गए हैं। लखनऊ का प्रसिद्ध चिकन वर्क, बनारस के सूट और साड़ियां, जयपुर के लहंगे और जूतियां मेले के मुख्य आकर्षण हैं। इसके अलावा बंगाल का काथा वर्क, असम के बांस से बने सामान, सहारनपुर का फर्नीचर भी उपलब्ध है।
लखनऊ की स्पेशल चिकनकारी।
विभिन्न राज्य से आए व्यापारी
मेले में फिरोजाबाद की कांच की चूड़ियां, हरियाणा की चादरें, राजस्थानी अचार, दिल्ली की ब्लॉक प्रिंट कुर्तियां और गुजरात के बंधेज सूट भी प्रदर्शित हैं। राजकोट की आर्टिफिशियल ज्वेलरी, भागलपुर का सिल्क, नागालैंड के ड्राई फ्लावर और कन्नौज का चंदन फेस पैक भी आकर्षण का केंद्र हैं।
खरीदारी करते लोग।
मेले में लगाए गए 70 स्टॉल
लखनऊ से आए सुधीर शर्मा ने बताया कि मेले में लगभग 70 स्टॉल लगाए गए हैं। स्टॉल लगाने में करीब 5 लाख रुपए का खर्च आया है। व्यापारियों का लक्ष्य 50 लाख रुपए से अधिक का कारोबार करने का है। गर्मी और बारिश को ध्यान में रखते हुए सभी दुकानों को वाटरप्रूफ कवर से सजाया गया है। लखनऊ के व्यापारी मोहम्मद अली ने कहा वह उम्मीद पर यहां पहली बार मेले में अपनी दुकान लगाए हैं। उन्हें विश्वास है कि उनके दुकान में खरीदार आएंगे।
मधुबनी पेंटिंग वाली साड़ी-दुपट्टे।
नगर आयुक्त एसके मिश्रा ने सहरसा के निवासियों से मेले में आकर खरीदारी करने की अपील की है। बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले और स्वादिष्ट व्यंजनों की भी व्यवस्था की गई है।