ग्वालियर में सात दिन से लापता युवक का शव नाले में उतराता मिला। शव मिलने की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को बाहर निकलवाया। यह घटना समाधिया कॉलोनी, तारागंज स्थित बंडा पुल की है। मृतक की शिनाख्त कर ली गई है।
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मृतक सात दिन पहले शराब के लिए रुपए नहीं मिलने पर गुस्से में घर से निकल गया था और तभी से वापस नहीं लौटा था। परिजन उसकी तलाश कर रहे थे। पुलिस ने शव को निगरानी में लेकर पोस्टमॉर्टम हाउस भेज दिया है और मर्ग कायम कर घटना की जांच कर रही है।
घटना स्थल पर पुलिस और मृतक के परिजन
भीड़ में मौजूद एक शख्स ने की पहचान
जनकगंज थाना क्षेत्र के तारागंज स्थित बंडा पुल के पास स्वर्ण रेखा नाले में गुरुवार सुबह राहगीरों ने एक शव उतराता देखा। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से शव को बाहर निकलवाया।
घटनास्थल पर भीड़ एकत्रित हो गई। भीड़ में मौजूद एक व्यक्ति ने शव की पहचान बेलदारों का पुरा निवासी अजय सिरोहिया के रूप में की। पुलिस ने अजय के परिजनों को भी मौके पर बुलाया, जहां उन्होंने शव की पुष्टि की।
परिजनों के अनुसार, मृतक सात दिन से लापता था और वे उसकी तलाश कर रहे थे, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। 10 मार्च को परिजनों ने जनकगंज थाना पहुंचकर अजय की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पिता बोले- गुस्से में घर से निकला था
मृतक के पिता खेमचंद सिरोहिया ने बताया कि अजय ने सात दिन पहले शराब पीने के लिए पैसे मांगे थे। उन्होंने पैसे देने से इनकार कर दिया, जिससे अजय नाराज होकर घर से चला गया था और फिर वापस नहीं लौटा। अजय शराब पीने का आदी था।
पुलिस को आशंका है कि शराब के नशे में अजय नाले में गिर गया होगा, जिससे उसकी मौत हो गई। हालांकि, मौत का सही कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।
फिलहाल, पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया है और मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
जनकगंज थाना प्रभारी विपेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि नाले में मिले युवक के शव की शिनाख्त हो गई है। वह सात दिन से लापता था और नशे का आदी था। फिलहाल, पुलिस पोस्टमॉर्टम कराकर आगे की जांच कर रही है।