लघु सचिवालय पर धरने पर बैठे किसान।
सिरसा में एमएसपी लीगल गारंटी कानून और डल्लेवाल के समर्थन में किसान लघु सचिवालय पर एक दिन की भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। किसानों ने बीजेपी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि 2020 के आंदोलन में किसानों की शेष रही मांगों को जल्द पूरा किया जाए।
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किसान नेता प्रकाश ममेरा ने कहा कि खनौरी बॉर्डर पर बैठे किसानों सरकार जल्द से जल्द बातचीत करे और किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के जीवन को बचाया जाए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार अगर किसानों से बातचीत नहीं करती, तो देश भर का किसान सड़कों पर उतरने पर मजबूर होगा।
उन्होंने कहा कि कृषि विपणन नीति के नए मसौदे के तहत मंडी के बाहर एक निजी स्थान को मंडी मानने की शर्त गलत है। किसान को इसका सीधा नुकसान होगा। क्योंकि मंडी के अंदर फसल को खरीदने वाले व्यापारी अधिक आते हैं।
पूंजीपति वर्ग के लिए काम कर रही सरकार – प्रकाश
प्रकाश ममेरा ने कहा कि केंद्र सरकार पूंजीपति वर्ग के लिए काम रही है। उसका किसान हित से कोई लेना-देना नहीं है। आंदोलन से ध्यान भटकाने की कोशिश की जा रही है। एमएसपी की मांग को लेकर पंजाब के किसान खनौरी और शंभू बॉर्डर पर कई माह से डटे हुए हैं। सरकार ने जब उनकी आवाज नहीं सुनी, तो किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को भूख हड़ताल शुरू करनी पड़ी।