मुंगेर के प्रसिद्ध सीताकुंड माघी मेला को राजकीय मेला का दर्जा देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। राज्य सरकार ने इस संबंध में प्रमंडलीय आयुक्त से जानकारी मांगी है और पत्र भी प्रेषित किया है। इस दर्जे के मिलने के बाद पर्यटन विभाग सीताकुंड का समग्र विकास
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मंगलवार को एक माह तक चलने वाले इस मेले का उद्घाटन विधायक प्रणव कुमार, विधान पार्षद लाल मोहन गुप्ता, डीडीसी अजीत कुमार सिंह और सीताकुंड के अध्यक्ष और सदर एसडीओ शैलेंद्र कुमार सिंह की उपस्थिति में किया गया। अतिथियों ने पहले फीता काटकर और फिर दीप प्रज्ज्वलित कर मेले का विधिवत उद्घाटन किया।
दीप प्रज्ज्वलित कर मेले का विधिवत उद्घाटन किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सदर एसडीओ शैलेंद्र कुमार सिंह ने की, जबकि संचालन शिशिर कुमार लालु ने किया। विधायक प्रणव कुमार ने बताया कि सीताकुंड मैदान पर मनरेगा के तहत खिलाड़ियों के लिए विभिन्न खेल सुविधाएं विकसित की जा रही हैं।
सीताकुंड धार्मिक सद्भावना की पहचान
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एमएलसी लाल मोहन गुप्ता ने कहा कि सीताकुंड मेला धार्मिक सद्भावना के संदेश देने का काम करता है। हम मानव जाती के लोग हैं। जिस तरह से सीताकुंड मेला को हिंदू-मुस्लिम सहित विभिन्न समाज के लोग जातपात को भूलकर दूर दराज से आने वाले श्रद्धालुओं की सेवा और स्वागत करते हैं। यह समाज में एक जुटता का संदेश देता है। जिसका परिणाम है कि सीताकुंड गिलहरी बनकर रहेगा।
सीताकुंड माघी मेला को आयोजन।
डीडीसी अजित कुमार सिंह ने कहा कि यह मेला सामजिक समरसता बहुत अच्छी है। प्रशासन का पुरा सहयोग है। यहां के लोगों ने कुछ मागें प्रशासन से रखी थी, वह जल्द ही पुरा हो जाएगा। उन्होंने कहा जो सौदर्यीकरण मुंगेर में है, वह बिहार में कहीं देखने को नहीं मिलती है। डीडीसी ने कहा कि हमने एक स्लोगन जिले वासियों को दिया है, वह मनमोहक और मनोहरी मुंगेर के तहत जिले में विकास की लकीर खिंची जा रही है। रोजगार को लेकर भी जिले में पर्यटन के क्षेत्र में काफी विकास होगा।