मुंबई10 मिनट पहले
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रिन्युएबल एनर्जी सेक्टर में काम करने वाली कंपनी सुजलॉन एनर्जी के शेयर में आज यानी शुक्रवार (30 मई) को कारोबार के दौरान 13.57% की तेजी आई और यह ₹74.3 पर पहुंच गया, जो जून 2023 के बाद सबसे बड़ी इंट्राडे बढ़त है।
हालांकि बाद में इसमें थोड़ी गिरावट आई और दोपहर 12:40 बजे यह करीब 9% ऊपर 71 रुपए के स्तर पर कारोबार कर रहा है। पवन चक्की बनाने वाली कंपनी के शेयर में यह तेजी पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही (Q4FY25) में कंपनी के मजबूत नतीजों के चलते है।
सुजलॉन का शेयर कैसा परफॉर्म कर रहा है?
बीते 5 दिन में सुजलॉन एनर्जी का शेयर करीब 10%, एक महीने में 26%, छह महीने में 8% और एक साल में 56% चढ़ा है। इस साल यानी 1 जनवरी से अब तक कंपनी के शेयर ने करीब 9% का रिटर्न दिया है। कंपनी का मार्केट कैप 96,740 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है।
चौथी तिमाही में सुजलॉन एनर्जी का मुनाफा 5 गुना बढ़ा
वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में सुजलॉन एनर्जी का मुनाफा सालाना आधार पर करीब 5 गुना बढ़कर 1,181 करोड़ रुपए रहा। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को 254 करोड़ रुपए का प्रॉफिट हुआ था।
जनवरी-मार्च 2025 के दौरान कंपनी ने अपने संचालन से 3,774 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया, जो पिछले साल के समान अवधि के मुकाबले 73 फीसदी ज्यादा है। जनवरी-मार्च 2024 में कंपनी ने 2,179 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था।
चौथी तिमाही में कंपनी की कुल आय भी 73% बढ़कर 3,825 करोड़ रुपए रही। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी ने 2,207 करोड़ रुपए की कमाई की थी।
वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी का मुनाफा 214% बढ़ा
पूरे वित्त वर्ष (FY 2024-25) में सुजलॉन एनर्जी का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 213.7% बढ़कर 2,072 करोड़ रुपए रहा। यह वित्त वर्ष 2023-24 में 660 करोड़ रुपए था।
सालभर में कंपनी का रेवेन्यू सालाना आधार पर 35% बढ़कर 3,142 करोड़ रुपए रहा। वित्त वर्ष 2024 के सालभर में कंपनी ने 2,335 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से मिलने वाली राशि को रेवेन्यू कहा जाता है।
1995 में हुई थी सुजलॉन एनर्जी की स्थापना
सुजलॉन एनर्जी की स्थापना 1995 में हुई थी। कंपनी दुनियाभर के 17 देशों में टेक्नोलॉजी और एनर्जी सॉल्यूसंस प्रोवाइड करती है। छह महाद्वीपों में सुजलॉन एनर्जी की 13,000 से ज्यादा विंड टर्बाइन्स चलती हैं।