लखीमपुर खीरी में नारकोटिक्स विभाग द्वारा की गई कार्रवाई ने पुलिस व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है। लखनऊ से आई नारकोटिक्स टीम ने शनिवार को रॉयल केयर मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल में छापेमारी कर करीब 10 करोड़ रुपए मूल्य के मादक पदार्थ बरामद किए। हालांकि, इस
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छापेमारी के दौरान नारकोटिक्स टीम और कोतवाली पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में अस्पताल संचालक खालिद सहित तीन लोगों को हिरासत में लिया गया था। लेकिन बाद में जारी किए गए पुलिस प्रेस नोट में एक चौंकाने वाला बदलाव देखने को मिला। मौके पर मौजूद और पकड़े गए अस्पताल संचालक खालिद को वांछित अपराधी बताया गया, जबकि अन्य दो कर्मचारियों को जेल भेज दिया गया।
रॉयल केयर मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल से 10 करोड़ का ट्रक्स पकड़ा।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि कोतवाली पुलिस ने अस्पताल संचालक को जानबूझकर भागने का मौका दिया। यह घटना कई गंभीर सवाल खड़े करती है।
मामले की जांच जारी।
इस पूरे मामले ने न केवल मादक पदार्थों के अवैध कारोबार को उजागर किया है, बल्कि कानून व्यवस्था और पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह है कि इस मामले में आगे की जांच किस दिशा में होती है और क्या स्थानीय पुलिस की भूमिका की भी जांच होगी।