बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाओं और लगातार अपग्रेड हो रही तकनीकी सुविधाओं के कारण लुधियाना मेडिकल टूरिज्म के क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है। पंजाब मेडिकल काउंसिल के तहत लुधियाना में 8 हजार डॉक्टर रजिस्टर्ड हैं। डेंटल में 1500 डेंटिस्ट रजिस्टर्ड हैं। बी
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इनमें कुल 10 हजार से ज्यादा बेड उपलब्ध हैं। वहीं, सरकारी अस्पतालों और डिस्पेंसरी की संख्या 496 हैं। कोविड के दौरान और उसके 2 साल बाद तक एनआरआई के आने की संख्या में गिरावट आई थी, लेकिन अब फिर से आंकड़ा बढ़ रहा है। 10 हजार एनआरआई परिवार यहां ट्रीटमेंट के लिए पहुंचते हैं। प्राइवेट अस्पताल इस क्षेत्र को प्रोत्साहित करने के लिए कई आकर्षक पैकेज और योजनाएं प्रस्तुत कर रहे हैं। इन योजनाओं में मरीजों को केवल इलाज ही नहीं, बल्कि उनकी रहने, वीजा आवेदन, ट्रीटमेंट के दौरान घूमने-फिरने के पैकेज और गाइड की सेवाएं भी उपलब्ध करवाई जा रही हैं। हर अस्पताल ने इंटरनेशनल पेशेंट्स को गाइड करने के लिए एक विशेष सेटअप तैयार किया है।
इसके अलावा, उनकी मदद के लिए अस्पतालों की वेबसाइट पर अलग लिंक भी उपलब्ध कराए हैं। इसके तहत एनआरआई परिवारों के लिए मेडिकल केयर प्लान भी पेश किए जा रहे हैं। इन योजनाओं के जरिए, अंतर्राष्ट्रीय मरीज अस्पतालों से इलाज के खर्चे का विवरण भी ले सकते हैं। हर साल एनआरआई विदेशों से इलाज के लिए लुधियाना आते हैं, क्योंकि विदेशों में जहां टेस्ट के लिए 3 से 6 महीने का इंतजार करना पड़ता है। वहीं लुधियाना में टेस्ट की सुविधा मौके पर ही मिल जाती है। लुधियाना के बढ़ते मेडिकल क्षेत्र का कारण यह है कि राष्ट्रीय स्तर के अस्पताल भी यहां अपनी ब्रांच खोलने में रुचि दिखा रहे हैं। इसके साथ ही, सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं को भी मजबूती दी जा रही है। हाल ही में एक प्राइवेट हॉस्पिटल द्वारा यहां 500 बेड वाले हॉस्पिटल का निर्माण शुरू किया है। वहीं, सरकारी अस्पतालों में भी सुधार जारी है और ईएसआईसी के तहत अस्पताल को 500 बेड का किया जा रहा है। ईएसआई द्वारा पहला गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज 2025-26 सेशन से शुरू होगा। इसके लिए लोकेशन फाइनल हो रही है। पहले अकेडेमिक सेशन में क्लासेस भारत नगर चौक स्थित ईएसआई हॉस्पिटल में शुरू होंगी।
प्लास्टिक सर्जरी में लुधियाना का उभरता केंद्र
शहर में प्लास्टिक सर्जरी एक तेजी से बढ़ता हुआ सेक्टर बन चुका है। विदेशों में प्लास्टिक सर्जरी महंगी होने के साथ-साथ इलाज के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। जबकि यहां यह स्थिति अलग है। प्लास्टिक सर्जन डॉ. करन बख्शीश सिंह ने बताया कि यहां बेहतर सुविधाएं,अनुभवी डॉक्टर, बेहतर उपकरण और कम रेट में इलाज हो जाता है। इससे लोग अपनी सर्जरी के लिए लुधियाना को प्राथमिकता देते हैं। प्लास्टिक सर्जरी व कॉस्मेटिक सर्जरी का ट्रेंड ज्यादा है। यूएस और कनाडा से भी लोग यहां ट्रीटमेंट के लिए आते हैं।
वहीं, प्रदूषण और बदलती डाइट के कारण बालों के झड़ने और गंजेपन की समस्या युवाओं में बढ़ रही है। इसके लिए हेयर ट्रांसप्लांट का सेक्टर भी लुधियाना में तेजी से विकसित हो रहा है। विदेशों से भी लोग इस समस्या के समाधान के लिए यहां इलाज कराने पहुंच रहे हैं।
डेंटल ट्रीटमेंट }एनआरआई की पहली पसंद
शहर में डेंटल ट्रीटमेंट के लिए हर साल कई एनआरआई यहां आते हैं, क्योंकि यहां विदेशों के मुकाबले कम कीमत में डेंटल ट्रीटमेंट होता है। मेडिकल टूरिज्म के लिहाज से बहुत से अवसर उपलब्ध हैं। हलवारा एयरपोर्ट से फ्लाइट्स की शुरुआत होगी तो और भी ज्यादा फायदा मिल सकता है।
यहां इलाज करवाने आने वाले लोग न केवल अपने डेंटल ट्रीटमेंट का लाभ उठाते हैं, बल्कि पंजाब भर में घूमते हुए अपनी छुट्टियां भी एन्जॉय करते हैं। डेंटिस्ट डॉ. विवेक सग्गड़ ने बताया कि कनाडा, यूरोप और यूएसए से लोग डेंटल ट्रीटमेंट के लिए यहां पहुंचते हैं। डेंटिस्ट्री में डिजीटल ट्रिटमेंट किया जा रहा है। डेंटिस्ट्री में स्कैनर, डिजिटल इंप्रेशन का प्रयोग बढ़ गया है।
लुधियाना सिटी में हेयर ट्रांसप्लांट का बढ़ता ट्रेंड
लुधियाना में बेरियाट्रिक सर्जरी, हेयर ट्रांसप्लांट और प्लास्टिक सर्जरी जैसे उपचारों का मार्केट तेजी से बढ़ रहा है। बेरियाट्रिक सर्जरी के माध्यम से मोटापे से परेशान लोग फैट लॉस के बाद स्वस्थ और बेहतर लाइफस्टाइल अपना रहे हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार, विदेशों से लोग पूरी तरह से रिसर्च करने के बाद लुधियाना में ट्रीटमेंट के लिए आते हैं।
बेरियाट्रिक सर्जन डॉ. अमित भांबरी ने बताया कि बेरियाट्रिक सर्जरी करवाने के लिए अक्टूबर 2020 के बाद मरीजों में इजाफा हुआ हुआ और हर साल मरीज बढ़ रहे हैं। कनाडा, यूएस, यूरोप, अॉस्ट्रेलिया, थाइलैंड और हॉगकांग से इलाज के लिए पहुंच रहे हैं।
लिंफ नोड बायोप्सी की सुविधा भी इसी साल से
पहले कैंसर के बारे में जानकारी का अभाव होने के कारण इलाज के बिना ही कई मरीजों की मौत हो जाती थी। यहां अब अमेरिकन कैंसर इंस्टीट्यूट मौजूद है, जहां मरीजों को विश्वस्तरीय कैंसर ट्रीटमेंट मिल रहा है। यहां हर साल हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और राजस्थान से 3500 से अधिक लोग कैंसर के इलाज के लिए यहां आते हैं।
मोहनदेई ओसवाल हॉस्पिटल की मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. शैली ने बताया कि यह नॉर्थ का पहला कैंसर अस्पताल जहां टोमो थैरेपी रीजन में एडवांस्ड टेक्नोलॉजी से दी जाती है। लिंफ नोड बायोप्सी दी जाती है। इसे शुरू हुए 6 महीने हुए हैं। इसमें मरीज में कैंसर कहां फैला हुआ है,उसे देख सकते हैं।
बेरियाट्रिक सर्जरी…
नोट : आंकड़े रुपए में }सोर्स : स्टैटिस्टा डॉट कॉम
विदेश से कम खर्च पर होता है इलाज
जिनकी वेटिंग लिस्ट 6 महीने, वे टेस्ट यहां मौके पर हो जाते हैं
3500 कैंसर के मरीज पड़ोसी राज्यों से आते हैं
8 लाख में जो सर्जरी यूके में होती है, यहां 25 हजार से शुरू
मेडिकल टूरिज्म
कैंसर ट्रीटमेंट…
{पंजाब मेडिकल काउंसिल के तहत लुधियाना में 8 हजार डॉक्टर रजिस्टर्ड हैं। आर्थो, कार्डियोलॉजी से जुड़े इलाज के लिए भी मरीज यहां पहुंच रहे हैं।
ट्रीटमेंट चार्ट यूएसए कनाडा इंग्लैंड लुधियाना
एमआरआई 1.34 लाख 80 हजार 21 हजार 5 हजार
सीटी स्कैन 33 हजार 31 हजार 42 हजार 1500 से शुरू
नी रिप्लेसमेंट 5-8 लाख 5-8 लाख 12.5 लाख 1-3 लाख
हिप रिप्लेसमेंट 5-8 लाख 5-8 लाख 10 लाख 1-3 लाख
इंप्लांट 1 लाख 3 लाख ज्यादा 2.54 लाख 25 हजार से शुरू
बेरियाट्रिक सर्जरी 6.5 लाख 12 लाख 4 लाख 2 लाख
प्लास्टिक सर्जरी 4.5 लाख 5 लाख 8 लाख 25 हजार से शुरू