गणेश उर्फ पिंटू अग्रवाल के पिता महेंद्र भाई एवं भतीजे के साथ अपने पुत्र को ले जाने के लिए अपना घर आश्रम वृंदावन आए। 12 साल के बाद अपने पुत्र से मिल कर पिता एवं पुत्र की आंखें नम हो गई
12 वर्ष पहले गायब बेटे के मिलने की आस खो चुके पिता के जीवन में उस समय खुशियां छा गई जब उनका बेटा सकुशल उनको वृंदावन में मिल गया। बेटा मिलने की खुशी में पिता की आंखों से आंसु छलक पड़े। सोनभद्र से गायब हुआ बेटा वृंदावन में मिला और इसमें अहम भूमिका निभा
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17 जनवरी को घायल अवस्था में मिला पिंटू
अपना घर आश्रम वृंदावन के अध्यक्ष धन्नाराम जांदू ने बताया कि 17 जनवरी को वह मथुरा से लौट रहे थे। परिक्रमा मार्ग स्थित सोहम आश्रम के पास पिंटू अग्रवाल उनको जख्मी हालत में पैर में चोट एवं घाव की स्थिति में सड़क किनारे मिले। उन्होंने उनके परिवार के बारे में पूछा तो उन्होंने कुछ भी नहीं बताया जिसके बाद उनको इलाज एवं पुनर्वास के लिए अपना घर आश्रम वृंदावन में भर्ती कराया गया।
17 जनवरी को वह मथुरा से लौट रहे थे। परिक्रमा मार्ग स्थित सोहम आश्रम के पास पिंटू अग्रवाल उनको जख्मी हालत में पैर में चोट एवं घाव की स्थिति में सड़क किनारे मिले
2 दिन की काउंसलिंग के बाद बताया पता
2 दिन तक किए गए इलाज और काउंसलिंग के दौरान पिंटू ने अपने घर का पता पोस्ट खुलुआ, थाना चिल्ह, मिर्जापुर उत्तर प्रदेश बताया। इंटरनेट के माध्यम से थाना चिल्ह में संपर्क कर पिंटू का फोटो एवं पता भेजा गया। थाना अधिकारी ने जल्द ही जानकारी कर बताया कि उनका परिवार अब यहां नहीं रहता है जल्दी ही परिवार वालों की जानकारी कर बताएंगे। अगले दिन थाना अधिकारी का फोन आया की पिंटू के परिवार वाले ग्राम डाला बारी, थाना चोपन, जिला सोनभद्र में रह रहे हैं और उनका मोबाइल नंबर भी बताया। जिस पर संपर्क कर परिवार वालों को पिंटू अग्रवाल की अपना घर आश्रम वृंदावन में होने की सूचना दी गई।
2 दिन तक किए गए इलाज और काउंसलिंग के दौरान पिंटू ने अपने घर का पता पोस्ट खुलुआ, थाना चिल्ह, मिर्जापुर बताया
परिवार में छा गई खुशियां
सूचना पाकर परिवार वाले बहुत खुश हुए और भाई ने बताया की उनका भाई सितंबर 2013 में घर से बिना बताए निकल गए थे। इसके बाद कहा वह जल्द ही इनको लेने आ रहे हैं। गणेश उर्फ पिंटू अग्रवाल के पिता महेंद्र भाई एवं भतीजे के साथ अपने पुत्र को ले जाने के लिए अपना घर आश्रम वृंदावन आए। 12 साल के बाद अपने पुत्र से मिल कर पिता एवं पुत्र की आंखें नम हो गई। कार्यालय प्रभारी विवेक पाठक के द्वारा उचित कागजी कार्रवाई कर पिंटू अग्रवाल प्रभु जी को उनके पिता एवं परिवार वालों के साथ पुनर्वासित किया गया।
12 साल के बाद अपने पुत्र से मिल कर पिता एवं पुत्र की आंखें नम हो गई
12 साल भटकता रहा पिंटू
पिंटू को सकुशल मिलने पर परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। पिंटू के पिता महेंद्र ने बताया उनका बेटा घर से सामान लेने के लिए निकला था लेकिन वह कहीं नहीं मिला। जिसके बाद उसकी गुमशुदगी थाना में दर्ज कराई। पिंटू की हर जगह तलाश की लेकिन वह कहीं नहीं मिला। महेंद्र ने बताया उनको विश्वास था कि पिंटू एक न एक दिन मिलेगा जरूर। आज भगवान राधा कृष्ण ने उनके बेटे से मिलवा दिया। महेंद्र ने बताया कि उनका बेटा 12 साल तक भटकता रहा उसने बहुत दुख झेले हैं।