अमृत भारत योजना के तहत भागलपुर के पीरपैंती और गोपालगंज के थावे रेलवे स्टेशन का आधुनिकीकरण का काम पूरा हो गया है। 30.68 करोड़ रुपए की लागत से बने इन दोनों ही स्टेशनों को मूलभूत सुविधाओं के साथ अपग्रेड किया गया है।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह बीकानेर के पालना से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 103 रेलवे स्टेशनों का उद्घाटन करेंगे। इनमें पीरपैंती और थावे रेलवे स्टेशन भी शामिल है।
दोनों ही रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधाओं के हिसाब से बेहतर तरीके से इंटीरियर डिजाइन किया गया है। अंदर यात्रियों के लिए वेटिंग रूम से लेकर अन्य फैसिलिटीज को मॉडर्न रूप दिया गया है।
सबसे पहले पीरपैंती रेलवे स्टेशन की कुछ तस्वीरें देखिए
रेलवे स्टेशन में जगह-जगह पर रंगबिरंगी लाइट लगाई गई है, जो शाम में इसे शानदार लुक देती है।
स्टेशन के गेट के बाहर के एरिया को आधुनिक तरीके से डिजाइन किया गया है।
स्टेशन के एंट्री गेट को बेहतर तरीके से डिजाइन किया गया है। सामने ट्रेनों की स्थिति जानने के लिए डिस्प्ले लगाया गया है।
यात्रियों के लिए बनाया गया रिजर्व लाउंज।
18.93 करोड़ से रेलवे स्टेशन का किया गया रेनोवेशन
पीरपैंती स्टेशन को 18.93 करोड़ की लागत से रेनोवेट किया गया है। स्टेशन पर फैसिलिटीज को बढ़ाते हुए लिफ्ट लगाया गया है, जिससे यात्रियों को सामान ले जाने में आसानी हो।
इसके अलावा, स्टेशन के लुक को बढ़ाने के साथ-साथ अराइवल और डिपार्चर ब्लॉक, पैदल यात्री मार्ग, आकर्षक मूर्तियां लगाई गई हैं।
स्टेशन की डिजाइन और इंटीरियर स्थानीय कला और आसपास के ऐतिहासिक स्मारकों से प्रेरित है, जो आधुनिक वास्तुकला को क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत के साथ जोड़ता है।
ये मिश्रण पीरपैंती स्टेशन को एक अलग पहचान देता है, जो बिहार की समृद्ध परंपराओं को दर्शाता है।
स्थानीय विधायक ललन पासवान ने कहा, ‘यात्रियों की बढ़ती मांग को लेकर स्टेशन को रेनोवेट करना जरूरी था। आने वाले दिनों में पीरपैंती को पूरी तरह से विकसित कर लिया जाएगा।’
‘विक्रमशिला कटरिया पुल बनेगा, पीरपैंती से गोड्डा के लिए फोरलेन बनेगा, एनएच 80 और मिर्जा चौकी फोरलेन का निर्माण हो रहा है। ऐसे में पीरपैंती रेलवे स्टेशन जंक्शन हो जाएगा।’
पीरपैंती के रेलवे यात्री ने बताया, ‘पहले से स्टेशन ज्यादा सुंदर और बेहतर बन गया है। प्लेटफॉर्म वगैरह बढ़िया बन गया है। लाइटिंग की व्यवस्था की गई है। रात को आने-जाने में भी दिक्कत नहीं होती है। रेलवे स्टेशन की सुंदरता भी काफी बढ़ गई है।
अब जानिए गोपालगंज के थावे स्टेशन को किस तरह से अपग्रेड किया गया
थावे जंक्शन को 11.75 करोड़ रुपए की लागत से आधुनिक मॉडल स्टेशन के रूप में विकसित किया गया है। स्टेशन को मधुबनी पेंटिंग और थावे भवानी की धार्मिक झलकियों से सजाया गया है।
यात्रियों को अब बैठन की बेहतर व्यवस्था मिलेगी। स्वच्छ शौचालय, शुद्ध पेयजल, डिजिटल डिस्प्ले और वेटिंग एरिया जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
वाराणसी रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया, ‘भारतीय रेल आगामी 50 वर्षों की जरूरतों को देखते हुए स्टेशनों का पुनर्विकास कर रहा है। थावे जंक्शन पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल का प्रमुख स्टेशन है।’
‘यह सीवान, छपरा कचहरी और कप्तानगंज से रेल लाइनों से जुड़ा है। स्टेशन से लखनऊ, गोरखपुर, पटना और टाटानगर तक सीधी ट्रेन सेवाएं उपलब्ध हैं। स्थानीय लोगों और रेल यात्रियों ने इन सुविधाओं के लिए प्रधानमंत्री का आभार जताया है।’
सबसे पहले थावे रेलवे स्टेशन की कुछ तस्वीरें देखिए
प्लेटफॉर्म पर बैठने से लेकर शानदार वेटिंग एरिया की सुविधा
स्टेशन परिसर को स्वच्छ, सुंदर और यात्रियों के अनुकूल बनाया गया है। अब यहां यात्रियों के बैठने की बेहतर व्यवस्था, शुद्ध पेयजल, स्वच्छ शौचालय, डिजिटल डिस्प्ले और वेटिंग एरिया जैसी आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। 400 वर्ग मीटर में स्टेशन बिल्डिंग में सुधार कर इसे आकर्षक स्वरूप दिया गया है।
यात्रियों को धूप और बारिश से बचाने के लिए तीनों प्लेटफॉर्म को बेहतर बनाया गया है। प्लेटफॉर्म के लेवल में सुधार किया गया है। एक नंबर प्लेटफॉर्म पर कोटा स्टोन लगाया गया है। 1030 वर्ग मीटर में सर्कुलेटिंग एरिया का विकास एवं विस्तार किया गया है।
यात्री पुरुषोत्तम कुमार ने बताया, ‘गाड़ियों के रुकने से लेकर साफ-सफाई को लेकर काफी दिक्कतें थी। महिलाओं को तो खासकर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था।’
महिला यात्री सावित्री ने कहा, ‘पहले की अपेक्षा काफी परिवर्तन आया है। पहले साफ-सफाई नहीं था। अब सबकुछ ठीक है। बैठने की बेहतर व्यवस्था कर दी गई है।’
सासंद डॉक्टर आलोक कुमार सुमन ने कहा, ‘मॉडल स्टेशन के रूप में इस जंक्शन को तैयार किया गया है। यात्रियों के लिए हर तरह की सुविधाएं दी गई है। ऐसा करना इसलिए जरूरी था कि श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए यहां बेहतर सुविधाएं चाहिए थी।’
स्टेशन सुपरिटेंडेंट योगेंद्र ने बताया, ‘इस जंक्शन पर सभी तरह की सुविधा दी गई है। मेन गेट को मॉडिफाई किया गया है। वेटिंग रूम में AC की व्यवस्था की गई है। टॉयलेट और प्लेटफॉर्म को नया बनाया गया है। पार्किंग की भी व्यवस्था बेहतर की गई है।
थावे जंक्शन क्या महत्व?
थावे जंक्शन धार्मिक और पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण माना जाता है। हर साल यहां थावे सिंहासनी मंदिर में माता के दर्शन के लिए आते हैं। यात्रियों की भीड़ और आगमन को देखते हुए जंक्शन के आधुनिकीकरण की मांग की जा रही थी।