मुजफ्फरपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी पर दलित उत्पीड़न मामले में परिवाद दायर हुआ है। औराई प्रखंड विकास पदाधिकारी विनित कुमार सिंहा पर आरोप लगा है। परिवाद में औराई थाना क्षेत्र के रामपुर गांव की रहने वाली प्रमिला कुमारी ने कहा है कि मोबाइल पर उनको धमकी
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महिला ने पती चंदन चौधरी को जाति के आधार पर काम करने के लिए कहा। सरकारी गाड़ी से कुचलने का प्रयास किया गया। शिकायत 8 मई को औराई थाने में किया गया। मामले को गम्भीरता से ना लेने पर वरिय पुलिस अधीक्षक और अनुसूचित जनजाति थाना में शिकायत की गई। लेकिन इस पर कार्रवाई नहीं की गई।
कोर्ट में परिवाद दायर किया गया है। आवेदन में कहा है कि सात मई को डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर समग्र अभियान का आयोजन अपने पंचायत में किया गया। कार्यक्रम के माध्यम से 22 योजनाओं का फायदा दलित लोगों तक पहुंचाना है। उस दौरान वार्ड-9 और 10 में बंद पड़े नल-जल की शिकायत की गई। जिसके बाद BDO आक्रोशित हो गए और कहां कि तुम पासी हो, तारी और शराब बेंचों पत्रकार मत बनों।
विरोध करने पर ड्राइवर को कुचलने का आदेश
विरोध किए तो ड्राइवर को कुचलने का आदेश देकर गाड़ी तेज कर दिए। इसके साथ मोबाइल पर दो बार मिस कॉल दिया। जिसका मोबाइल नम्बर मेरे पास फोन बुक में सेव नहीं था। साथ ही धमकी देते हुए अपमानजनक बात कही। जानकारी जुटाने के बाद 8 मई को ही आवेदन देने थाने पर पहुंची। लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।
वकील सुशील कुमार सिन्हा का कहना है महिला ने औराई प्रखंड विकास पदाधिकारी विनित कुमार सिंहा पर दलित उत्पीड़न के मामला को लेकर कोर्ट में परिवाद दायर की गई है। कोर्ट ने आवेदन स्वीकार कर लिया है। सुनवाई की अगली तिथि 27 जून को रखी गई है।