बांका में सीएसपी संचालक से हुई लूट मामले का पुलिस ने 24 घंटे में पर्दाफाश कर दिया है। जांच में सामने आया कि यह लूट असली नहीं थी, बीमा कंपनी से पैसा पाने के लिए खुद सीएसपी संचालक ने अपने भगना और भतीजे के साथ मिलकर योजना बनाई थी। सोमवार की शाम एसडीपीओ
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एसडीपीओ ने बताया कि 2 मई की शाम करीब 5 बजे सीएसपी संचालक सुनील कुमार चौधरी ने लूट की सूचना दी थी। उन्होंने बताया कि घटिया मोड़ के पास चार अपराधियों ने हथियार दिखाकर मारपीट की और 4 लाख 66 हजार रुपए लूट लिए। साथ ही, दो मोबाइल भी छीन लिए।
बैंक के पास लगे कैमरे से हुआ खुलासा
घटना की जानकारी मिलते ही एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा के निर्देश पर एसडीपीओ विपिन बिहारी के नेतृत्व में टीम बनाई गई। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू की। पूछताछ और सीसीटीवी फुटेज की जांच में कई बातें सामने आई। एसबीआई बैंक के पास लगे कैमरे में दिखा कि सुनील कुमार चौधरी ने रुपयों से भरा थैला अपने भगना की बाइक की डिक्की में रखा। जिस मोबाइल को लूटे जाने की बात कही गई, उसका टावर लोकेशन घटनास्थल पर नहीं मिला।
16 हजार रुपए नगद बरामद
इसके बाद सुनील कुमार चौधरी, उनके भतीजे आशुतोष आनंद और भगना कृष्ण कुमार मंडल को थाने लाकर पूछताछ की गई। तीनों ने स्वीकार किया कि बीमा कंपनी से पैसा पाने के लिए झूठी लूट की कहानी बनाई थी। जांच में पता चला कि 4 लाख 66 हजार में से 3 लाख रुपए सीएसपी के लाभुकों में बांट दिए गए। डेढ़ लाख रुपए घर में शादी के खर्च के लिए किराना दुकान में दे दिए गए। 16 हजार रुपए नगद बरामद किए गए हैं।
इस छापेमारी टीम में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी विपिन बिहारी, बांका थाना अध्यक्ष राकेश कुमार,एसआई विकास कुमार,पवन कुमार,निर्मल झा आशीष कुमार,प्रशांत कुमार, मंजीत कुमार सिंह,राजेश कुमार, धर्मेंद्र कुमार आदि शामिल थे।