दुनिया भर में 48 करोड़ लोग इस बीमारी की चपेट में है। हर साल 32 लाख लोग इसके चलते अपनी जान गंवाते हैं। किसी बीमारी से होने वाली मौत की संख्या की अगर बात ये तो ये वर्ल्ड लेवल पर तीसरे नंबर पर आती है। ये एक ऐसी घातक बीमारी है, जिसका कोई क्योर नहीं है पर
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इसके चलते लंग्स कोलैप्स कर जाते हैं। सांस लेने में समस्या होती है। गंभीर हालत में इसका असर लंग्स के अलावा हार्ट, किडनी समेत शरीर के अन्य अंगों पर भी पड़ता है। यही कारण है कि इससे बचाव जरूरी है।
ये कहना है यूपी के सबसे बड़े चिकित्सा विश्वविद्यालय, KGMU के पल्मोनरी मेडिसिन विभाग और क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग के प्रमुख प्रो.वेद प्रकाश है।उन्होंने बताया कि हर साल नवंबर के तीसरे बुधवार को COPD से जागरूक करने के लिए दुनियाभर में वर्ल्ड COPD डे मनाया जाता है।
कैंपस@लखनऊ सीरीज के 48वें एपिसोड में KGMU के पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के प्रमुख प्रो.वेद प्रकाश से खास बातचीत..।
प्रो.वेद प्रकाश कहते है कि COPD अब तेजी से महिलाओं में भी बढ़ रहा है। इसकी पीछे स्मोलिंग की आदत का होना है। बदलते दौर में तेजी से महिलाओं ने सिगरेट स्मोकिंग को अपनाया है इस कारण ये महिलाओं में भी तेजी से फैल रही है। इसके अलावा युवा भी इसकी चपेट में आ रहे है।