आरोपियों ने कुलपति के नाम और प्रोफाइल की जगह अपना नाम और फोटो लगा दिया है।
अलीगढ़ के राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय (RMPSU) की ऑफीशियल वेबवाइट को शनिवार को साइबर हैकरों ने हैक कर लिया। हैकरों ने यूनिवर्सिटी की वेबवाइट को हैक करने के बाद उसमें से वाइस चांसलर की फोटो और नाम को हटा दिया और उनमें अपना लोगो लगा दिया
.
हैकरों ने वाइस चांसलर के नाम की जगह पर HACKED BY Z-BL4X-H4T TEAM लिखकर छोड़ दिया। जैसे ही यूनिवर्सिटी प्रशासन को इसकी जानकारी हुई, उन्होंने तत्काल मामले की जांच शुरू की। यूनिवर्सिटी की आईटी टीम भी इसकी जांच में जुट गई और पुलिस विभाग को भी इसकी सूचना दे दी गई है।
कितना डेटा चोरी, इसकी जुटा रहे जानकारी
हैकिंग की जानकारी होने पर यूनिवर्सिटी की आईटी टीम इसे रिकवर करने में लगी हुई है, वहीं यह जानकारी जुटाई जा रही है कि आरोपियों ने अब तक यूनिवर्सिटी का कितना डेटा चोरी किया है। लेकिन देर शाम तक यूनिवर्सिटी इसकी जानकारी नहीं जुटा पाया है।
राजा महेंद्र प्रताप विवि में परीक्षाओं और प्रवेश का दौर शुरू है।ऐसे में जब शनिवार शाम विवि की वेबसाइट को हैक किया गया, तो हड़कंप मच गया।विवि की साइट को किसने और कहां से है किया है, इसकी जानकारी नहीं लग पाई है।ऐसे में चिंता का विषय छात्रों का डाटा बना हुआ है।
वीसी की फोटो की जगह यह फोटो वेबसाइट पर नजर आ रहा है।
यूनिवर्सिटी से संबद्ध हैं 400 से ज्यादा कालेज
आरएमपीएसयू से वर्तमान में 400 से अधिक महाविद्यालय संबद्ध हैं। इन 400 महाविद्यालयों में दो लाख से अधिक छात्र छात्राएं पंजीकृत हैं।ऐसे में छात्रों का डाटा सुरक्षित है या नहीं इस पर यूनिवर्सिटी के किसी अधिकारी ने अभी कोई जवाब नहीं दिया है।
यूनिवर्सिटी की साइट पर कोई भी टैब नहीं खुल रहा।यहां तक कि विवि साइट पर मौजूद राज्यपाल और मुख्यमंत्री का प्रोफाइल भी नहीं खुल रहा है।देर रात विवि की साइट खोलने में अंडर मेंटिनेंस का मेसेज आता रहा। वहीं बताया जा रहा है कि यूनिसर्सिटी के पस अपनी कोई रेगुलर आईटी टीम नहीं है।
विद्यार्थियों को आए अनजान नंबरों से कॉल
यूनिसर्विटी की वेबसाइट हैक होने के बाद विश्वविद्यालय के छात्र छात्राओं को अनजान नंबरों से कॉल भी आ रहे हैं। जिसमें उनसे नंबर बढ़ाने के नाम पर रुपए की मांग की जा रही है। शिकायत कर्ताओं ने बताया कि मैसेज करने वाला व्यक्ति फेल विद्यार्थियों को पास कराने का दावा कर रहा है।
इसके साथ ही प्रति एक अंक बढ़ाने के लिए 200 रुपए की मांग की जा रही है। पीड़ित छात्रा को ऐसे कॉल या मैसेज आना भी हैकर की ओर इशारा कर रहा है।क्या हैकर द्वारा छात्रों का डाटा चुरा लिया गया। जिससे वह चुनिंदा छात्रों को ही मैसेज कर रहा है।या विवि का ही कोई कर्मचारी इसमें संलिप्त है।
टीम जांच में जुटी, जल्द सही होगी वेबवाइट
यूनिवर्सिटी के वीसी प्रोफेसर एनबी सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय की वेबवाइट को हैक किया गया है। हैकरों ने प्रोफाइल के साथ छेड़छाड़ की है। कुलपति का नाम हटाकर अपना नाम डाला है। साइबर विभाग में इसकी शिकायत कर दी गई है और यूनिवर्सिटी की आईटी टीम भी इसे रिकवर करने में लगी हुई है।
यूनिवर्सिटी से कठोर कदम उठाने की मांग
एबीवीपी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अंकुर शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय की वेबसाइट हैक एक बहुत बड़ा विषय है। इस वेबसाइट पर लाखों विद्यार्थियों का डाटा है। पिछले कुछ दिनों से महाविद्यालय में अनजान नंबर से फेल विद्यार्थियों के पास मैसेज आ रहा है। उन्हें पास करने के नाम पर 200 रुपए प्रति नंबर की मांग की जा रही है। यूनिवर्सिटी को इस मामले में सख्त कदम उठाना चाहिए।