सरकारी अस्पताल में मेडिकल कराने पहुंची थी रेप पीड़िता।
अबोहर के सरकारी अस्पताल में गायनी डॉक्टर और अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं होने के कारण एक रेप पीड़िता नाबालिग को फरीदकोट मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। थाना खुईयां सरवर क्षेत्र की यह पीड़िता 8 माह की गर्भवती है।
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पीड़िता के पिता ने बताया कि उनकी बेटी को करीब 9 माह पहले बहला-फुसलाकर ले जाया गया था। कल जब पुलिस ने उसे आरोपी के चंगुल से छुड़ाया, तब पता चला कि वह गर्भवती है। मेडिकल जांच के लिए उसे अबोहर अस्पताल लाया गया।
अस्पताल में गायनाकोलॉजिस्ट 5 दिन की छुट्टी पर हैं और अल्ट्रासाउंड मशीन भी बंद है। अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि रेप केस और एमएलसी केस में इन सुविधाओं की कमी के कारण मरीजों को फरीदकोट रेफर करना पड़ता है।
पीड़िता के पिता ने बताया कि वे अपनी बेटी की तलाश में पहले ही 2 लाख रुपए खर्च कर चुके हैं। अब जब बेटी मिली है तो उन्हें अस्पताल-अस्पताल भटकना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि वे अपनी बेटी के गर्भ में पल रहे बच्चे को भी पालेंगे। पीड़िता को कल रात गायनी वार्ड में ही बितानी पड़ी। पीड़िता का कहना है कि वह अपने माता-पिता के साथ जाना चाहती है।