वॉशिंगटन13 मिनट पहले
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अमेरिकी सरकार ने विदेशी छात्रों के लिए नए वीजा इंटरव्यू पर रोक लगा दी है।
अमेरिकी यूनिवर्सिटी-कॉलेज में भारतीय फैकल्टी की नियुक्ति में 45% तक की कमी आई है। इस साल सिर्फ 380 भारतीय प्रोफेसरों को नौकरी मिली, जबकि पिछले साल यह संख्या 700 से ज्यादा थी।
अमेरिका में विदेशी फैकल्टी की नियुक्तियां भी कम हुई हैं, इस साल 2500 को नौकरी मिली, जो पिछले साल बाइडेन के समय दोगुनी से अधिक थी। साथ ही, अमेरिका जाने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में भी कमी दर्ज की गई है।
इस साल 2.31 लाख छात्रों ने ही दाखिला लिया, जबकि 2024 में 3.31 लाख छात्र अमेरिका गए थे। इसके दो बड़े कारण यूनिवर्सिटी का एडमिशन ऑफर वापस लेना और अमेरिकी दूतावास की ओर से वीजा जारी नहीं करना माना जा रहा है।
अश्वेत फैकल्टी का कोटा खत्म किया
ट्रम्प ने अमेरिका में विविधता, समानता और समावेशी (DEI) प्रोजेक्ट को खत्म कर दिया। इसके के तहत भारतीयों और अन्य अश्वेत फैकल्टी का कोटा तय होता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है।
यह कोटा खत्म होने से श्वेत प्रोफेसरों की एंट्री आसान हो गई। ट्रम्प ने कॉलेज-यूनिवर्सिटी को दिए एग्जीक्यूटिव ऑर्डर में श्वेत प्रोफेसरों को अहमियत देने के निर्देश दिए हैं। इसके चलते अब अमेरिकी कैंपस में श्वेत फैकल्टी की संख्या बढ़ रही है।
अमेरिकी कैंपस वॉच ग्रुप नेबरहुड के अनुसार अमेरिकी यूनिवर्सिटी में विदेशी विजिटिंग प्रोफेसरों की संख्या में भी कमी दर्ज की गई है। पूर्वी अमेरिका के न्यूयॉर्क, वॉशिंगटन डीसी, पेन्सिलवेनिया में ये ट्रेंड ज्यादा नजर आ रहा है।
कुछ यूनिवर्सिटी ने आर्थिक कारणों या नीतिगत दबाव के चलते विदेशी फैकल्टी की भर्तियों को कम किया है।
स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत विदेशी छात्रों की संख्या घटी
बोस्टन कॉलेज के प्रो. क्रिस ग्लास ने भास्कर को बताया कि स्टूडेंट एक्सचेंज व विजिटर इन्फॉर्मेशन सिस्टम के तहत अमेरिका में विदेशी छात्रों की संख्या घटी है। इस साल अप्रैल तक कुल विदेशी छात्रों की संख्या में 12% तक की गिरावट दर्ज की गई है।
अमेरिकी दूतावास के वीजा देने में सख्ती के कारण कई छात्रों को F-1 (छात्र वीजा) नहीं मिल रहा है। ट्रम्प प्रशासन की आप्रवासन नीतियां वीजा प्रक्रिया को जटिल बना सकती हैं।
अमेरिकी दूतावास ने नए स्टूडेंट वीसा इंटरव्यू को फिर शुरू करने के बारे में कोई घोषणा नहीं की है। सभी देशों में 27 मई से नए स्टूडेंट वीजा बंद हैं। सिर्फ पहले से जारी स्टूडेंट वीसा इंटरव्यू हो रहे हैं। अमेरिकी विदेश मंत्रालय का कहना है कि वीजा देने से सोशल मीडिया प्रोफाइल जांच जरूरी होगी
अमेरिका ने विदेशी छात्रों पर सख्ती बढ़ाई
- अमेरिकी सरकार अंतरराष्ट्रीय छात्रों पर सख्ती बढ़ा रही है और बिना नोटिस के वीजा रद्द कर रही है। फिलिस्तीन के समर्थन से लेकर ट्रैफिक उल्लंघन तक, अलग-अलग वजहों से छात्र कानूनी मुश्किलों में पड़ जाते हैं।
- अमेरिकी सरकार ने दो हफ्ते पहले विदेशी छात्रों के लिए नए वीजा इंटरव्यू पर रोक लगा दी है। विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने इसे लेकर एक आदेश जारी किया था। आदेश का मकसद देश की यूनिवर्सिटीज में यहूदी विरोध और वामपंथी विचारों को रोकना है।
- रुबियो ने दुनिया भर में अमेरिकी दूतावासों को आदेश जारी कर कहा- वे स्टूडेंट वीजा के लिए नए इंटरव्यू शेड्यूल न करें, क्योंकि ट्रम्प सरकार अमेरिका आने वाले छात्रों के सोशल मीडिया प्रोफाइल की जांच को और सख्त करने जा रही है।
- उन्होंने आगे कहा- तत्काल प्रभाव से कांसुलर सेक्शन आगे के दिशानिर्देश जारी होने तक स्टूडेंट या एक्सचेंज विजिटर (F, M और J) वीजा के लिए नए अपॉइंटमेंट की इजाजत न दे।
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