रामलला का दर्शन कर लौटे सांसद अवधेश प्रसाद से भास्कर रिपोर्टर ने बात की।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के सालभर बाद अयोध्या से सपा सांसद अवधेश प्रसाद आज पहली बार राम मंदिर पहुंचे। रामनवमी पर दर्शन के बाद लौटे सांसद से भास्कर रिपोर्टर ने बात की। उनसे पूछा- आप पर आरोप लग रहे थे कि राम मंदिर नहीं गए। इस पर सांसद अवधेश प्रसाद ने
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अखिलेश यादव को रामलला के दर्शन के लिए कब बुला रहे हैं? इस सवाल पर सांसद ने कहा- नेताजी को प्रभु श्रीराम जब बुलाएंगे, तब वह चले आएंगे… जल्द ही आएंगे।
रामलला का दर्शन करने के लिए आज रामनवमी के दिन जाते सांसद अवधेश प्रसाद।
सांसद बोले- राम मंदिर का निर्माण अभी अधूरा आपने देखा, राम मंदिर का निर्माण कैसा हुआ है? इस सवाल पर अवधेश प्रसाद ने कहा- राम मंदिर का निर्माण अभी अधूरा है। चारों तरफ काम लगा है। मेरा अनुमान है कि राम मंदिर को बनने में कम से कम डेढ़-दो साल लगेंगे। मैं हमेशा अच्छी बात देखता हूं।
हर तीसरे-चौथे दिन सीता रसोइया जाते थे सांसद ने कहा- हम बहुत ही भाग्यशाली हैं। हमारा जन्म ही यहीं हुआ है। हम यहीं साकेत में पढ़ते थे। हर तीसरे-चौथे दिन सीता रसोइया जाते थे। राम मंदिर भी जाते थे। राम हमारे रोम-रोम में बसे हैं। हमारे बाबा का नाम रामनेवल, पिता का नाम दुखीराम, भाई का नाम रामअवध, मामा का नाम परशुराम।
उम्मीदों पर खरा उतरूं, प्रभु ऐसी शक्ति दें : अवधेश सांसद ने कहा- रामलला से हमने देश की खुशहाली के लिए प्रार्थना की। अयोध्या की जनता ने जो भरोसा कर मुझे जिताया, मैं उनकी उम्मीदों पर खरा उतरूं, प्रभु राम मुझे ऐसी शक्ति दे, ये प्रार्थन भी की।
रामलला को सुबह पंचामृत से स्नान कराया गया।
रामराज फिर आए, सभी का कल्याण हो… अवधेश प्रसाद ने कहा- रामचरित मानस में जैसा लिखा है, “दैहिक, दैविक, भौतिक तापा, राम राज नहिं काहुहि ब्यापा…” यानी रामराज में किसी को भी शारीरिक, दैवीय और भौतिक कष्ट नहीं होता, बल्कि सब लोग प्रेम और धर्म के मार्ग पर चलते हैं। ऐसा रामराज फिर आए। सभी का कल्याण हो। ऐसी भी कामना की।
राम मंदिर को लेकर अखिलेश ने कब क्या कहा, जानिए-
राम मंदिर पूरा होते ही जाऊंगा दर्शन करने 7 महीने पहले एक मीडिया चैनल ने अखिलेश यादव से इंटरव्यू में पूछा कि वे कब राम मंदिर जाएंगे। इस पर उन्होंने कहा- जैसे ही हमारे मंदिर का निर्माण पूरा हो जाएगा, रामलला के दर्शन को मैं सीधा जाऊंगा। अगर भगवान सबके थे, तो निमंत्रण से भाजपा सबको क्यों बुला रही थी?
13 जनवरी 2024: अखिलेश को प्राण प्रतिष्ठा का न्योता मिला अखिलेश यादव को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का न्योता 13 जनवरी 2024 को मिला था। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने डॉक के जरिए निमंत्रण पत्र भेजा। निमंत्रण पत्र पाने के बाद 13 जनवरी की रात अखिलेश यादव ने भी पत्र के जरिए प्रतिक्रिया दी। चंपत राय के नाम धन्यवाद लेटर लिखा। जिसमें लिखा था- अयोध्या के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण के लिए धन्यवाद। समारोह के सकुशल संपन्न होने की हार्दिक शुभकामनाएं। अखिलेश ने आगे लिखा- हम प्राण प्रतिष्ठा के समारोह के बाद परिवार के साथ दर्शन करने आएंगे। आज मिले निमंत्रण के लिए एक बार फिर धन्यवाद…।
12 जनवरी: अखिलेश बोले- मुझे राम मंदिर समारोह का आमंत्रण नहीं मिला मीडिया के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा- मुझे राम मंदिर समारोह के लिए आमंत्रण अब तक नहीं मिला है। मुझे पता चला है कि मेरे लिए 22 जनवरी को निमंत्रण कोरियर के माध्यम से भेजा गया। लेकिन, यह कोरियर मुझे आज तक प्राप्त नहीं हुआ है। मीडिया के लोग ही मुझे भेजे गए कोरियर की रसीद उपलब्ध करवा दें। इस तरह मुझे अपमानित किया जा रहा है।
अखिलेश ने यह भी कहा कि अयोध्या राम मंदिर में दिव्यांगों, बुजुर्गों और बच्चों को जाने की कोई व्यवस्था नहीं की गई है, जबकि दुनिया में सभी जगह बड़े भवन को बनाने में इस बात का विशेष ध्यान रखा जाता है।
9 जनवरी: अखिलेश बोले- जिन्हें जानते हैं, उनसे निमंत्रण लेते हैं अखिलेश यादव ने कहा- हमें निमंत्रण नहीं मिला है। जिस पर विश्व हिंदू परिषद के आलोक कुमार ने कहा है कि हमने अखिलेश यादव को निमंत्रण भेजा है। फिर अखिलेश यादव ने कहा कि मैं इनको नहीं जानता। जिनको जानते हैं, उनसे ही निमंत्रण लेते हैं। हम उनको ही निमंत्रित भी करते हैं। जब भगवान बुलाएंगे तब हम जाएंगे।