डोनाल्ड ट्रम्प के लिए ये 5 लाइनें मुश्किलें खड़ी कर रही हैं। 3 जनवरी को मैनहट्टन कोर्ट के जज जुआन मर्चेन ने ट्रम्प को पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को ‘हश मनी’ देने के मामले सजा सुनाने की बात कही। उन्होंने ट्रम्प को 10 जनवरी की सुबह 9:30 बजे कोर्ट मे
.
- गोल्फ टूर्नामेंट में 60 साल के अमीर शख्स और 27 साल की पोर्न एक्ट्रेस की मुलाकात हुई।
- टूर्नामेंट के बाद शख्स ने एक्ट्रेस को अपने होटल रूम में बुलाया।
- एक्ट्रेस को टीवी शो में काम दिलाने का वादा किया।
- एक्ट्रेस का दावा है कि दोनों के बीच शारीरिक संबंध बना।
- बाद में शख्स ने अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव लड़ा तो अफेयर दबाने के लिए एक्ट्रेस को करीब 1 करोड़ रुपए दिए।
आज के एक्सप्लेनर में जानेंगे कि ट्रम्प से जुड़ा ये मामला क्या है, स्टॉर्मी ने उन पर क्या आरोप लगाए हैं, उन्हें क्या सजा मिलेगी और ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद इस मामले में क्या होगा…
सवाल-1: मामले में फैसला सुनाए जाने पर डोनाल्ड ट्रम्प ने क्या कहा? जवाब: डोनाल्ड ट्रम्प ने सोशल मीडिया ‘ट्रुथ’ पर पोस्ट कर जज मर्चेन को कट्टरपंथी और पक्षपाती बताया। उन्होंने लिखा, ‘यह फैसला अवैध राजनीतिक हमला और एक धांधली के अलावा और कुछ नहीं है। यह हमारे संविधान के खिलाफ है।’
डोनाल्ड ट्रम्प ने सोशल मीडिया ‘ट्रुथ’ पर पोस्ट कर इस फैसले को पक्षपाती बताया।
ट्रम्प के प्रवक्ता स्टीवन चेउंग ने इस फैसले की निंदा करते हुए कहा कि यह सुप्रीम कोर्ट की कानूनी प्रक्रिया का सीधा उल्लंघन है। यह गैर कानूनी मामला कभी कोर्ट में लाया ही नहीं जाना चाहिए था। संविधान की मांग है कि इसे तुरंत खारिज कर दिया जाना चाहिए। चेउंग ने कहा,
इस मामले में कोई सजा नहीं होनी चाहिए। राष्ट्रपति ट्रम्प इन धोखाधड़ी के खिलाफ तब तक लड़ते रहेंगे जब तक कि ये सभी खत्म नहीं हो जाते।
ट्रम्प के प्रवक्ता स्टीवन चेउंग का कहना है कि यह गैर कानूनी मामला कभी कोर्ट में लाया ही नहीं जाना चाहिए था।
सवाल-2: ट्रम्प को किस मामले में सजा दी जा रही है? जवाब: डोनाल्ड ट्रम्प को हश मनी यानी पैसे देकर चुप कराने और गलत बिजनेस रिकॉर्ड दिखाने के मामले में सजा दी जा रही है। 5 अप्रैल 2023 को न्यूयॉर्क की मैनहट्टन कोर्ट में ट्रम्प पर 34 चार्ज लगाए गए थे। सुनवाई के बाद 30 मई 2024 को उन्हें दोषी करार दिया गया था।
ये सभी चार्ज 2016 के राष्ट्रपति चुनाव से पहले पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को चुप रहने के लिए 1 लाख 30 हजार डॉलर (करीब 1 करोड़ 7 लाख रुपए) देने से जुड़े हैं। 11 चार्ज चेक साइन करने से जुड़े हैं। अन्य 11 चार्ज कोहेन के कंपनी में जमा किए गए गलत इनवॉइस से जुड़े हैं। बाकी बचे 12 चार्ज रिकॉर्ड्स में गलत जानकारी देने से जुड़े हैं।
ट्रम्प के वकील रहे माइकल कोहेन ने आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्होंने ट्रम्प के कहने पर अपने पास से स्टॉर्मी को पैसे दिए थे। जिससे वो 2016 के चुनाव से पहले ट्रम्प के साथ अफेयर को लेकर कुछ न बोलें। आरोपों से जुड़े दस्तावेज में कहा गया है कि ट्रम्प ने लगातार न्यूयॉर्क बिजनेस रिकॉर्ड में गलत जानकारी दी, जिससे वो अपने अपराध को छिपा सकें और उन्हें चुनाव में फायदा हो।
सवाल-3: स्टॉर्मी डेनियल्स और ट्रम्प की मुलाकात कैसे हुई और उन्होंने ट्रम्प पर क्या इल्जाम लगाए? जवाब: 2018 में स्टॉर्मी डेनियल ने ’60 मिनट्स’ को दिए इंटरव्यू में बताया कि 2006 में डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिकी टीवी चैनल NBC के शो ‘द अपरेंटिस’ से काफी फेमस हो चुके थे। 27 जुलाई को नेवादा के सेलिब्रिटी गोल्फ टूर्नामेंट में ट्रम्प ने पहली बार उन्हें देखा था। उस वक्त ट्रम्प की उम्र करीब 60 साल थी और स्टॉर्मी 27 साल की थीं। टूर्नामेंट के बाद ट्रम्प ने स्टॉर्मी को अपने होटल रूम में बुलाया। एक्ट्रेस कमरे में पहुंची तो ट्रम्प ने उन्हें टीवी पर शो में लाने का वादा किया। इसके बाद दोनों के बीच शारीरिक संबंध बने।
2006 में विकेड पिक्चर्स स्टूडियो में ट्रम्प और स्टॉर्मी की तस्वीर (सोर्स- stormydaniels.com)
स्टॉर्मी बताती हैं कि इसके बाद भी डोनाल्ड ट्रम्प उन्हें अलग-अलग मौकों पर इनवाइट करते रहे। पहली मुलाकात के एक साल बाद 2007 में ट्रम्प ने लॉस एंजिलिस के बेवेरली हिल्स होटल में मिलने के लिए बुलाया। ट्रम्प ने रियलिटी शो में काम दिलाने के लिए यह मीटिंग की थी। इस बार उन्होंने शारीरिक संबंध नहीं बनाए। फिर अगस्त महीने में ट्रम्प ने कॉल किया और कहा कि वह उन्हें ‘सेलिब्रिटी अपरेंटिस’ शो में नहीं ले पाएंगे। इसके बाद दोनों के बीच मुलाकात नहीं हुई और एक-दूसरे से बात करना भी बंद कर दिया।
2011 में स्टॉर्मी डेनियल्स ने ‘इन टच’ मैगजीन को दिए इंटरव्यू में बताया कि करीब 12 लाख रुपए के बदले उनकी मुलाकात ट्रम्प से कराई गई थी, लेकिन ट्रम्प के वकील माइकल कोहेन की धमकियों की वजह से यह इंटरव्यू पब्लिश नहीं हुआ। आखिरकार 2018 में मैगजीन ने यह इंटरव्यू पब्लिश किया। इसके कुछ हफ्तों पहले ही डेनियल्स ने बताया था कि कोहेन ने उन्हें मुंह बंद रखने के लिए 1 करोड़ रुपए दिए थे।
इन टच मैगजीन ने 2018 में स्टॉर्मी डेनियल्स की ये फेमस स्टोरी पब्लिश की। मैगजीन के उसी एडिशन का फेमस कवर।
सवाल-4: ट्रम्प को ‘हश मनी’ केस में क्या सजा मिल सकती है? जवाब: एबीसी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक ट्रम्प को ‘हश मनी’ केस में जुर्माना या प्रोबेशन यानी सशर्त जमानत से लेकर 4 साल तक की सजा हो सकती है। हालांकि जज जुआन मर्चेन ने कहा कि इस मामले में सबसे वायबल ऑप्शन यानी व्यावहारिक विकल्प के तौर पर ट्रम्प को बिना शर्त जमानत दी जा सकती है। इससे जेल, जुर्माना या प्रोबेशन के बिना मामला खत्म हो जाता है। जज ने इशारों में कहा है कि वह ट्रम्प के खिलाफ मामले को खत्म करना चाहते हैं।
बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक बिना शर्त रिहाई के बाद भी ट्रम्प दोषी रहेंगे और उन्हें क्राइम डेटा बैंक में अपने DNA का सैम्पल जमा करवाना होगा। दरअसल, अमेरिका के कानून के मुताबिक न्यूयॉर्क में किसी गंभीर अपराध के लिए दोषी ठहराए जाने पर उस व्यक्ति को क्राइम डेटा बैंक में अपने DNA का सैम्पल जमा करवाना होता है। फिर चाहे उसे बिना शर्त जमानत दी गई हो।
विदेश मामलों के जानकार और JNU के प्रोफेसर राजन कुमार कहते हैं, ‘इस मामले में मैनहट्टन की कोर्ट की सजा को ट्रम्प सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज कर सकते हैं। भारत की ही तरह अमेरिका की ज्यूडिशियरी में भी निचली अदालतों के फैसलों के खिलाफ अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जा सकती है। इसलिए ये नहीं कहा जा सकता कि सजा के तौर पर ट्रम्प को जेल भेजा सकता है। इसकी बिल्कुल भी संभावना नहीं है।’
सवाल-5: कोर्ट ने ट्रम्प को शपथ के 10 दिन पहले ही सजा सुनाने का फैसला क्यों लिया? जवाब: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जज जुआन मर्चेन ने कहा है कि डोनाल्ड ट्रम्प 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। इसके बाद ट्रम्प को राष्ट्रपति को मिलने वाली कानूनी छूटों का फायदा मिल सकता है। इस कारण राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से पहले ट्रम्प की सजा का ऐलान करना जरूरी है।
डोनाल्ड ट्रम्प जूरी के सामने मुस्कुराते हुए पेश हुए। (स्केच सोर्स- फर्स्टपोस्ट)
अमेरिका के संविधान के आर्टिकल 2 के सेक्शन 4 के मुताबिक, राष्ट्रपति को उनके पद पर रहते हुए किसी भी आपराधिक मामले में सजा नहीं दी जा सकती। हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि राष्ट्रपति कानूनी प्रक्रिया से ऊपर हैं, बल्कि वे अपने पद पर रहते हुए किसी भी आपराधिक मामले में दोषी नहीं बन सकते।
अगर राष्ट्रपति को किसी तरह की क्रिमिनल एक्टिविटी के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है, तो उन्हें केवल इम्पीचमेंट यानी महाभियोग के जरिए पद से हटाया जा सकता है। अगर वे पद से हटा दिए जाते हैं, तो उन्हें आम लोगों की तरह सामान्य कानूनी प्रक्रिया का सामना करना पड़ सकता है। इसमें अभियोजन, सजा और अन्य कानूनी कार्रवाई शामिल हैं।
राजन कुमार कहते हैं,
20 जनवरी को ट्रम्प शपथ ले लेंगे। इस केस में ट्रम्प को सुनाई जाने वाली सजा और केस की ज्यूडिशियल प्रोसेस ट्रम्प को राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से रोक नहीं सकती।
सवाल-6: हश मनी मामले में दोषी होने से ट्रम्प के राष्ट्रपति कार्यकाल पर क्या असर पड़ेगा? जवाब: JNU के रिटायर्ड प्रोफेसर और विदेश मामलों के जानकार ए के पाशा का कहना है कि 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रम्प राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ही, अमेरिका के पहले दोषी करार राष्ट्रपति बन जाएंगे। ट्रम्प से पहले के किसी भी राष्ट्रपति पर आपराधिक आरोप नहीं लगे। ऐसे में ट्रम्प पर सजा तय होने से उन्हें कानूनी तौर पर कोई नुकसान नहीं होगा, लेकिन उनकी राजनीतिक छवि खराब हो सकती है।
ए के पाशा मानते हैं कि इससे ट्रम्प की छवि कमजोर पड़ सकती है। वे कहते हैं,
ट्रम्प ने राष्ट्रपति चुनाव में कई बड़े-बड़े वादे किए थे। चुनाव जीतने के बाद उन्होंने कई विवादित बयान दिए। पनामा कनाल पर कब्जा करने, कनाडा और ग्रीनलैंड को अमेरिका के साथ मिलाने जैसे कई बयानों ने उनकी छवि एक दमदार नेता की बना दी थी, लेकिन इस केस के बाद उनकी छवि कमजोर पड़ सकती है।
ए के पाशा का कहना है कि इस समय अमेरिका पर 36 ट्रिलियन डॉलर का कर्ज है। ट्रम्प ने अमेरिका की इकोनॉमी को बूस्ट करने का वादा किया था, लेकिन हालात बद से बदतर हो चले हैं। बीते सालों में अमेरिका ने इजराइल और यूक्रेन की मदद की, लेकिन अफगानिस्तान, ईराक और ईरान जैसे देशों से रिश्ते खराब कर लिए। अमेरिका की सुपर पावर की छवि कमजोर होने लगी है। ऐसे में अमेरिकी राष्ट्रपति पर हश मनी जैसे आरोप ट्रम्प और उनकी पार्टी को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
6 नवंबर 2024 को अमेरिका के फ्लोरिडा केपाम बीच काउंटी कन्वेंशन सेंटर में डोनाल्ड ट्रम्प अपनी रैली में समर्थकों को संबोधित करते हुए।
सवाल-7: क्या ट्रम्प बतौर राष्ट्रपति इन दोषों से छुटकारा पा सकते है? जवाब: बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका के राष्ट्रपति के पास किसी भी अपराधी को माफ करने का अधिकार होता है, लेकिन ये फेडरल यानी संघीय कानूनों पर ही लागू होता है। ट्रम्प को हश मनी केस में सजा न्यूयॉर्क की मैनहट्टन कोर्ट से मिलेगी, जो फेडरल कोर्ट नहीं है। ऐसे में ट्रम्प राष्ट्रपति पद की पावर का इस्तेमाल करके इन दोषों से छुटकारा नहीं पा सकते।
हालांकि ट्रम्प के वकील इस मामले को फेडरल कोर्ट में ले जाने की कोशिश कर रहे हैं। अगर यह केस फेडरल कोर्ट में ट्रांसफर हो जाता है, तो ट्रम्प राष्ट्रपति पद की पावर का इस्तेमाल करके खुद को माफ कर सकते हैं। हालांकि ये बेहद पेचीदा मामला है, जिसे लेकर कानूनी तौर से कुछ भी साफ नहीं कहा जा सकता है।
———–
रिसर्च सहयोग- आयुष अग्रवाल
———–
डोनाल्ड ट्रम्प से जुड़ी अन्य खबर पढ़ें
आज का एक्सप्लेनर: ग्रीनलैंड, पनामा और कनाडा पर कब्जा क्यों चाहते हैं ट्रम्प, इसके लिए किस हद तक जाएंगे; वो सबकुछ जो जानना जरूरी है
29 नवंबर 2024 को कनाडा के PM जस्टिन ट्रूडो अमेरिका के प्रेसिडेंट इलेक्ट डोनाल्ड ट्रम्प से मिले। डिनर टेबल पर ट्रम्प ने कहा कि कनाडा को अमेरिका का ’51वां राज्य’ बन जाना चाहिए। इस मुलाकात से जुड़ी पोस्ट में भी ट्रम्प ने कनाडा के PM को ‘गवर्नर ट्रूडो’ कहा। ट्रम्प के इस विस्तारवादी रवैये की खूब चर्चा हुई। पूरी खबर पढ़ें…