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आज का एक्सप्लेनर: समंदर में चलता-फिरता शहर है INS विक्रांत, 20 फाइटर प्लेन और 32 मिसाइलों से लैस; पाकिस्तान को कैसे घेर सकता है


पहलगाम हमले के अगले ही दिन खबर आई कि भारत का सबसे ताकतवर विमानवाहक पोत INS विक्रांत अरब सागर में पाकिस्तान की तरफ चल पड़ा है। नौसेना ने सफलतापूर्वक एक एंटी-शिप मिसाइल का परीक्षण भी किया।

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भारत-पाकिस्तान में तनाव बढ़ा तो INS विक्रांत बेहद क्रूशियल साबित हो सकता है। इसी नाम का एक विमानवाहक युद्धपोत पहले भी नेवी के पास था, जिसने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में बाजी पलट दी थी।

आज के एक्सप्लेनर में जानेंगे INS विक्रांत के पूर्वज से लेकर पुनर्जन्म तक की पूरी कहानी, ये क्या-क्या कर सकता है और इसकी तैनाती से पाकिस्तान की सांसें क्यों अटकी हैं…

INS विक्रांत की तैनाती से पाकिस्तान की सांसें क्यों अटकी हैं?

भारत की थ्री-डोमेन डिफेंस स्ट्रैटजी में अब समुद्री मोर्चा पहले से कहीं ज्यादा अहम हो गया है। INS विक्रांत न सिर्फ एक एयरक्राफ्ट कैरियर है, बल्कि एक चलता-फिरता एयरबेस और स्ट्राइक फोर्स भी है। जबकि पाकिस्तान के पास एक भी एयरक्राफ्ट कैरियर नहीं। INS विक्रांत पाकिस्तान के लिए कई तरह से बड़ी मुसीबत बन सकता है…

  • INS विक्रांत अपने स्ट्राइक ग्रुप यानी डेस्ट्रॉयर, फ्रिगेट्स और एंटी सबमरीन शिप के साथ मिलकर पाकिस्तान के समुद्री रास्तों को ब्लॉक कर सकता है।
  • दरअसल, कराची पोर्ट पाकिस्तान की लाइफ लाइन है। यहां से 70% नेशनल ट्रेड और 80% पेट्रोलियम इम्पोर्ट होता है।
  • अगर INS विक्रांत ने इस पोर्ट को ब्लॉक कर दिया तो पाकिस्तान का ट्रेड बंद हो जाएगा। पाकिस्तान तेल को तरस जाएगा।
  • कराची पोर्ट से तेल के अलावा दवाइयां और राशन समेत कई अन्य जरूरी सामान आते हैं। ब्लॉकेड की वजह से यह सब रुक जाएगा।

लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) मोहन भंडारी के मुताबिक,

जंग होने पर पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ी चुनौती तेल और ल्यूब्रिकेंट होगा। पाकिस्तान के पास टैंक चलाने के लिए ज्यादा तेल नहीं है। अगर भारतीय सेना अरब सागर का रास्ता ब्लॉक करती है, तो पाकिस्तान को तेल मिलना बंद हो जाएगा।

हमले की स्ट्रैटजी: INS विक्रांत के स्ट्राइक ग्रुप में शामिल MIG-29K फाइटर जेट्स 850 किलोमीटर तक हमला कर सकते हैं। इसमें 64 बराक और 16 ब्रह्मोस मिसाइलें हैं, जो हवा और जमीन पर सटीक निशाना लगाने में माहिर हैं। ये जेट्स और मिसाइलें पाकिस्तान के नौसैनिक ठिकानों, एयरपोर्ट्स या अन्य खास जगहों को मिनटों में तबाह कर सकती हैं।

INS विक्रांत अगर पाकिस्तान के सामने खड़ा हो जाए, तो आसानी से हमला कर सकता है। सैटेलाइट तस्वीरों के मुताबिक, पाकिस्तान के पास सिर्फ 2 पुरानी पनडुब्बियां हैं, बाकी की मरम्मत चल रही है। जो INS विक्रांत का मुकाबला नहीं कर सकतीं। अगर जंग की नौबत बनी तो INS विक्रांत गेमचेंजर साबित होगा।

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