इंदौर परिवहन विभाग के प्रयासों से मंगलवार को शहर को 34 नई महिला ड्राइवर मिलीं। एक माह के प्रशिक्षण के बाद इन्हें प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस प्रकार अब तक शहर को कुल 434 महिला ड्राइवर मिल चुकी हैं।
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एआरटीओ अर्चना मिश्रा ने बताया कि परिवहन विभाग द्वारा 6 जनवरी से 30 दिवसीय महिलाओं के लिए निःशुल्क ड्राइविंग ट्रेनिंग कैंप आयोजित किया गया था, जिसका समापन मंगलवार को हुआ। यह इस तरह की 12वीं बैच थी। चयनित महिलाओं का प्रशिक्षण शासकीय ड्राइवर ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, इंदौर में हुआ।
एआरटीओ ने 34 महिलाओं को प्रमाण पत्र बांटे।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 34 महिलाओं ने एक माह तक ड्राइविंग सीखी, जिसमें थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों शामिल थे। समापन समारोह के दौरान सभी महिलाओं को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। इस अवसर पर महिलाओं ने अपने अनुभव साझा किए और बताया कि यह प्रशिक्षण उनके लिए बेहद उपयोगी और आत्मविश्वास बढ़ाने वाला साबित हुआ। महिलाओं ने विभाग से अनुरोध किया कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम आगे भी संचालित किए जाएं।
महिला ड्राइवरों के लिए रोजगार और सहायता
एआरटीओ मिश्रा ने बताया कि अब तक कुल 434 महिलाओं को इस तरह से प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इनमें से 15 महिलाएं विभिन्न संस्थानों में चालक की नौकरी कर रही हैं, जबकि 27 महिलाओं को 25 हजार रुपये की आर्थिक मदद देकर ई-रिक्शा उपलब्ध कराए गए हैं, जिससे वे अब अपने परिवार का पालन-पोषण कर रही हैं। पहले ये महिलाएं छोटे-मोटे काम कर जीवन यापन करती थीं।
समारोह में यह अधिकारी रहे उपस्थित
इस अवसर पर डीटीआई के प्राचार्य एस. शाजापुरकर, प्रभारी निखिल पंडित, उप प्राचार्य आर. अंबोदिया, शरद शर्मा, सीताराम रावत, कृपाशंकर सक्सेना और आर. आर. तिवारी सहित अन्य प्रशिक्षक उपस्थित थे।