‘सभी इजराइली ईरान के खिलाफ युद्ध में एकजुट थे। मैं विपक्ष की नेता हूं, सरकार के साथ हमारे कई मतभेद हैं, लेकिन इस मामले में हम एक हैं।’
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इजराइल की विपक्षी पार्टी येश अतीद की सांसद शेली ताल मेरोन PM बेंजामिन नेतन्याहू की विरोधी मानी जाती हैं। दैनिक भास्कर ने उनसे ईरान से जंग, फिर सीजफायर पर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा, राजनीति अलग है और देश अलग। अभी हम देश के लिए सरकार के साथ हैं।
भारत के बारे में कहती हैं कि जंग रुकवाने में भारत अच्छा मध्यस्थ होता। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प को बहादुर बताकर उनकी तारीफ करती हैं। गाजा की लड़ाई को जख्म की तरह बताती हैं। साथ ही कहती हैं कि ईरान इजराइल के अस्तित्व के लिए खतरा है। उससे जंग जरूरी थी। पढ़िए पूरा इंटरव्यू…
सवाल: क्या PM नेतन्याहू का ईरान के साथ सीजफायर का फैसला सही है? जवाब: मुझे लगता है कि सीजफायर का फैसला सही था। हमने सारे मिलिट्री टारगेट हासिल कर लिए हैं, लेकिन हम आगे के लिए भी सतर्क रहेंगे। ईरान हमेशा झूठ बोलने वाला देश रहा है, इसलिए हमें ज्यादा सतर्क होना चाहिए।
उन्होंने अमेरिका से झूठ बोला कि वो न्यूक्लियर बम नहीं बना रहे थे। उन्होंने पूरी दुनिया को गुमराह किया। हम उम्मीद करते हैं कि वे फिर से एकजुट होकर परमाणु हथियार बनाने की कोशिश न करें। अब भी इजराइल की तरफ मिसाइल फायर की जा रही हैं। अगर ईरान मिसाइल फायर करेगा, तो इजराइल जवाब देगा।
सवाल: बतौर इजराइली अब आप जंग के बारे में क्या सोचती हैं? जवाब: हम जहां खड़े हैं, इसके बगल में ही मेरा घर है। यहां ईरानी मिसाइल आकर गिरी थी। हमने 12 दिन तक युद्ध लड़ा और ये पूरी तरह सही था। ईरान परमाणु हथियार हासिल करने की कोशिश कर रहा था। उसके पास बैलिस्टिक मिसाइल पहले से हैं। ईरान इजराइल के लिए सबसे बड़ा खतरा है।
अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि ये युद्ध जरूरी था। इसमें हमारा साथ देने के लिए मैं अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प का शुक्रिया अदा करती हूं। उन्होंने अपनी सेना के जरिए ईरान के ठिकानों पर हमला किया। मैं उम्मीद करती हूं कि सब बेहतर होगा।
इजराइल की बात करूं तो हमने इस युद्ध में अपने लक्ष्य हासिल किए हैं। मैं ईरान के लोगों से कहना चाहती हूं कि हमारी आपसे कोई लड़ाई नहीं है। हमें ईरान की धार्मिक तौर पर कट्टर सरकार से दिक्कत है। मैं उम्मीद करती हूं कि अब ईरान में लोकतंत्र आए। सीजफायर अच्छी तरह से लागू होना चाहिए। अमेरिका ईरान के साथ बातचीत कर रहा है। मैं उम्मीद करूंगी कि ईरान के पास कभी परमाणु हथियार न आएं।
सवाल: ऐसी रिपोर्ट आई हैं कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। वो आगे भी परमाणु बम बना सकता है? जवाब: हमें ये सुनिश्चित करना होगा कि ये खतरा बड़ा न हो। मैं चाहूंगी कि इजराइल परमाणु हथियार हासिल न कर पाए। हमें उन पर बहुत करीब से नजर रखनी होगी। हमारे पास दुनिया का समर्थन होना चाहिए।
इजराइल और दुनिया को सुरक्षित रखने के लिए हम सब कुछ करेंगे। हम अपनी और अमेरिकी इंटेलिजेंस के जरिए सुनिश्चित करेंगे कि ईरान बम न बना पाए।
सवाल: ईरान के हमलों में इजराइल में 30 मौतें हुई हैं। कई इमारतें तबाह हो गईं। अभी इजराइल के लोगों के मन में क्या चल रहा है? जवाब: इजराइली कौम लड़ाका और मजबूत है। पूरा इजराइल एकजुट है और हमें पता है कि ईरान इजराइल के अस्तित्व के खिलाफ है। हमें इस तरह के ऑपरेशन और युद्ध की आदत है, लेकिन हमें शांति में रहना पसंद है। हमारे सामने कॉफी शॉप है। यहां मिसाइल गिरी, तब यहां कई लोग थे। सब कुछ सामान्य तरीके से चल रहा था।
सवाल: भारत में लोग ईरान और इजराइल युद्ध को देख रहे थे। आप भारत के लोगों और सरकार से क्या कहना चाहेंगी? जवाब: मैं भारत से बहुत प्यार करती हूं। मैं भारत में रही भी हूं। वहां टेक कंपनीज के साथ काम किया है। मैं भारत के लोगों और संस्कृति को मानती हूं।
अक्टूबर, 2023 के बाद से इजराइल संकट में है। हमारे 50 बंधक अब भी गाजा की टनल में हैं। हमारा अगला कदम गाजा में युद्ध को खत्म करना और बंधकों को छुड़ाना होगा। हम भारत के लोगों का शुक्रिया अदा करेंगे कि वे इजराइल के साथ खड़े रहे और हमारा समर्थन किया। हम चाहेंगे कि दोनों देशों के बीच और सहयोग बढ़े।
सवाल: पहले भारत-पाकिस्तान, अब इजराइल-ईरान के बीच सीजफायर का ऐलान ट्रम्प ने किया। इस युद्ध में उनका कैसा रोल देखती हैं? जवाब: ट्रम्प वही कर रहे हैं, जो जरूरी है। आपको न्याय करने के लिए मजबूत होना पड़ता है। मुझे नहीं लगता कि अमेरिका किसी भी जंग में शामिल होना चाहता है। आपके सामने कट्टर सरकारें होती हैं, तो विकल्प नहीं होता।
मैं ट्रम्प की बहादुरी का सम्मान करती हूं कि वो हमारे साथ खड़े हुए। उन्होंने इंडिया की भी मदद की। हमें लगता है कि पूरी दुनिया और इजराइल को शांति चाहिए। हम सिर्फ अपने देश और नागरिकों को सुरक्षित रखना चाहते हैं।
सवाल: पिछले 2 साल से इजराइल युद्ध में है। पहले गाजा में हमास, लेबनान में हिजबुल्लाह, यमन में हूती और अब ईरान। आपको लगता है कि ये खत्म होगा और कब तक? जवाब: ईरान ने दशकों पहले इजराइल के साथ युद्ध शुरू किया था। जिन संगठनों की आपने बात की, वे सभी ईरान के सपोर्ट से चलते हैं। उससे फंडिंग पाते हैं। ये पूरी दुनिया में आतंकवाद फैलाते हैं। इस आतंकवाद के खिलाफ हमने लड़ाई शुरू की। ईरान ने ही गाजा में हमास को खड़ा किया।
ईरान की वजह से ही हमास ने इजराइल पर हमला किया। बच्चों, महिलाओं, बुजुर्गों को मारा और बंधक बनाया। ये पूरी तरह अमानवीय और गलत है। पूरे मिडिल ईस्ट में इजराइल ही इकलौता उदार लोकतंत्र है। हम उम्मीद करते हैं कि ईरान को भी लोकतांत्रिक बनना चाहिए।
सवाल: मैं अक्टूबर, 2023 में इजराइल आया था। तब लोगों में PM नेतन्याहू के खिलाफ नाराजगी थी। ईरान पर हमले के बाद क्या माहौल उनके पक्ष में हो गया है? जवाब: अभी गाजा में युद्ध चल रहा है, तब इस पर बात नहीं करनी चाहिए। गाजा ने हम पर युद्ध थोपा है और हम इससे जूझ रहे हैं। इजराइल बनने के बाद से हम पर किया गया वो सबसे बड़ा हमला था।
आप यकीन मानिए कि हमारे पास सरकार के लिए बहुत सारी आलोचनाएं हैं। इस वक्त देश की बात है, तो हम एकजुट खड़े रहना चाहेंगे। अब इजराइल को युद्ध खत्म करके भविष्य की तरफ देखना चाहिए।
सवाल: आपके लीडर याइर लिपिड ने नेतन्याहू की आलोचना की थी कि उन्हें ईरान पर काम करना चाहिए। अब सरकार ने ईरान पर हमला कर दिया, क्या विपक्ष नेतन्याहू का समर्थन करेगा? जवाब: स्थानीय राजनीति में हम एक दूसरे के सामने होते हैं, लेकिन देश की बात आने पर राजनीति बीच में नहीं आती। हमें अपने देश को सुरक्षित रखना है, इसलिए हमने PM नेतन्याहू का समर्थन किया। भले ही हमारी उनके साथ कई असहमतियां हैं। ईरान के खिलाफ युद्ध में हम PM नेतन्याहू के साथ खड़े हैं।
सवाल: आप गाजा में फंसे बंधकों को छुड़ाने के लिए काम कर रही हैं। वहां क्या हो रहा है? जवाब: गाजा में हमारे बंधकों को 628 दिन हो चुके हैं। अब भी 50 लोग हमास की टनल में हैं। उसमें एक महिला इनबाल हेमन अब जिंदा नहीं बची है। उनकी लाश को वापस लाना जरूरी है। उन्हें सम्मान के साथ दफनाया जाना चाहिए। सभी बंधकों को छुड़ाया जाना चाहिए।
इजराइल के लिए गाजा की लड़ाई जख्म की तरह है। हम अक्टूबर 2023 के बारे में सोचते हैं तो हमारा दिल रोता है। पूरी दुनिया ईरान के बारे में बात कर रही है, लेकिन कोई इजराइली बंधकों के बारे में बात नहीं कर रहा। यह हमारी जिम्मेदारी है कि उन्हें वापस लाएं।
सवाल: दो साल से इजराइल युद्ध में जूझ रहा है। ये युद्ध का दौर कब खत्म होगा? जवाब: मेरी बड़ी बेटी ने 4 महीने पहले ही आर्मी जॉइन की है। अपने बच्चों को युद्ध के दौरान आर्मी में भेजना आसान नहीं होता। जब भी हमारा कोई सैनिक मारा जाता है, तो पूरी दुनिया तबाह हो जाती है। एक दिन पहले ही हमारे 7 सैनिकों की गाजा में मौत हुई है। पूरा देश सैनिकों की मौत में शोक में है। हम चाहते हैं कि हमारे बच्चे और बंधक वापस आएं और शांति बहाल है।
सवाल: क्या ईरान पर हमला करने के पहले नेतन्याहू सरकार ने विपक्षी नेताओं को बताया था? जवाब: हां, हम लोकतंत्र हैं और हमारे यहां इसके नियम सख्त हैं। ईरान पर अटैक से पहले विपक्ष के नेता को कॉल किया गया। डिटेल में जानकारी दी गई। विपक्ष के नेता को ईरान पर हमले से पहले इस बारे में पता था। उन्होंने इसका समर्थन भी किया।
सवाल: गाजा में युद्ध अब भी चल रहा है। अगले साल इजराइल में चुनाव हैं। चुनाव में इजराइलियों का क्या मूड होगा? सवाल: मुझे नहीं लगता कि हमास के साथ युद्ध एक दिन में खत्म हो जाएगा। हम उनसे लड़ते रहेंगे और उन्हें नहीं छोड़ेंगे। हमास को हम गाजा पर शासन नहीं करने देंगे।बतौर विपक्षी नेता मैं चाहूंगी कि जल्द से जल्द चुनाव हों। अभी हम चाहते हैं कि हालात स्थिर हों, इसके बाद हम चुनाव के बारे में बात करेंगे।
इजराइल में 70% से ज्यादा लोग चाहते हैं कि बंधकों को वापस लाया जाए। इसका मतलब युद्ध का खात्मा होगा। अभी तय समय के मुताबिक नवंबर, 2026 में इजराइल में चुनाव होने हैं। मुझे उम्मीद है कि चुनाव पहले ही होंगे। चुनावी राजनीति के लिए भी समय आएगा।
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