| उन्नाव4 मिनट पहले
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उन्नाव में संभावित बाढ़ से निपटने के लिए जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट स्थित पन्नालाल सभागार में जिलाधिकारी गौरांग राठी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक हुई। बैठक में बाढ़ से पूर्व सभी आवश्यक तैयारियों की समीक्षा की गई और विभागवार जिम्मेदारियां तय की गईं।
बैठक में बताया गया कि जनपद की दो प्रमुख नदियां—गंगा और सई—हर साल बाढ़ की स्थिति पैदा करती हैं। इनमें गंगा से तहसील बांगरमऊ, सफीपुर, उन्नाव और बीघापुर प्रभावित होते हैं, जबकि सई नदी से हसनगंज और पुरवा तहसील के कई गांव खतरे में रहते हैं।
जिलाधिकारी ने राजस्व विभाग को निर्देशित किया कि बाढ़ संभावित गांवों और नाविकों का चिन्हांकन कर लिया जाए। साथ ही राहत कैंप, चेक पोस्ट और निगरानी टीमों की पहले से तैनाती हो। भूसा, पीने का पानी, राशन किट, दवाएं और अन्य जरूरी सामान की पर्याप्त व्यवस्था पहले ही सुनिश्चित की जाए।
पुलिस, स्वास्थ्य, पशुपालन और सिंचाई विभाग को जिम्मेदारियां
पुलिस विभाग को जन और धन की सुरक्षा के लिए जीवन रक्षक उपकरणों और सुरक्षा बलों की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया।चिकित्सा विभाग को बाढ़ चेक पोस्टों पर स्वास्थ्य सुविधाएं और महामारी रोकथाम की तैयारी के निर्देश दिए गए।पशुपालन विभाग को प्रभावित क्षेत्रों में पशुओं की देखभाल, टीकाकरण और चिकित्सा सुविधा देने की जिम्मेदारी सौंपी गई।सिंचाई विभाग को नालों की सफाई, तटबंधों की मरम्मत और बाढ़ नियंत्रण सामग्री जैसे खाली बोरियां, मौरंग और पंपिंग सेट की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया।
बिजली, जल निगम और पूर्ति विभाग को भी अलर्ट
विद्युत विभाग को संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में री-वैंप योजना के तहत कार्य समय पर पूरा करने का निर्देश मिला।लोक निर्माण, जल निगम और पूर्ति विभाग को भी विभागीय तैयारियां पूर्ण कर रिपोर्ट देने को कहा गया। डीएम गौरांग राठी ने सभी तहसीलों और जिला मुख्यालय पर 24 घंटे सक्रिय बाढ़ कंट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश दिए ताकि किसी भी आपात स्थिति में तत्काल प्रतिक्रिया दी जा सके।
सभी विभागों के अधिकारी रहे मौजूद
बैठक में अपर जिलाधिकारी सुशील कुमार गोंड, अपर पुलिस अधीक्षक प्रेमचंद्र, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट शौर्य अरोणा, जिला पूर्ति अधिकारी राज बहादुर, जिला कृषि अधिकारी शशांक, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. महावीर सिंह, अधिशासी अभियंता विद्युत भरत गौतम, एसडीएम सदर क्षितिज द्विवेदी, एसडीएम बीघापुर रणवीर सिंह समेत सभी संबंधित विभागों के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।