पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस के सीनियर नेता भारत भूषण आशु।
पंजाब के लुधियाना में हल्का पश्चमी में सियासी सरगर्मियां तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी ने अपना उम्मीदवार राज्य सभा सदस्य संजीव अरोड़ा को घोषित किया है। इस बीच अब कांग्रेस से पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु ने हल्का पश्चमी से अपनी सीट का दावा ठोक दि
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आशु ने आज सोशल मीडिया पर लोगों के साथ मीटिंग करते समय की फोटो शेयर की और लिखा-लुधियाना पश्चमी की आवाज,इस बार आशु बदलेगा रिवाज। इस पोस्ट के बाद हल्का पश्चमी में सियासत फिर से गरमा गई है। फिलहाल अभी कांग्रेस हाईकमान ने अपना कोई उम्मीदवार हल्का पश्चमी से घोषित नहीं किया है।
भारत भूषण आशु द्वारा फेस बुक पर पोस्ट डालकर उप चुनाव में हुंकार भरने का दावा।
बीते दिन लुधियाना पहुंचे मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा ने आशु पर निशाना साधते हुए कहा था कि सरकार द्वारा जो केस आशु पर दायर किया है वह अभी चल रहा है उन्हें उस केस में कही से कलिन चिट नहीं मिली। मुख्यमंत्री मान के इस बयान के बाद आशु ने भी मान के इस बयान पर निशाना साधा।
आशु की मान और केजरीवाल को चुनौती भारत भूषण आशु ने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान को चुनौती दी है कि वे लुधियाना के लोगों से वोट मांगने आने से पहले अपनी उपलब्धियां गिनाएं।
आशु ने कहा कि आप के दोनों नेताओं से कहा-“लुधियाना पश्चिम में आपका स्वागत है, इस क्षेत्र का मैं दो बार प्रतिनिधित्व कर चुका हूं। आप फिर से वादे, वादे और वादे करते नजर आ रहे हैं। आम आदमी पार्टी यही करती आ रही है, लेकिन कोई वादा पूरा नहीं कर रही है।
आशु ने उनसे कहा कि पंजाब और खासकर लुधियाना के लोग पिछले वादों के बारे में जवाब मांग रहे हैं, न कि किसी नए वादे के बारे में। उन्होंने उन्हें पंजाब की हर महिला से किए गए 1000 रुपये के वादे की याद दिलाई, जो राज्य में आप सरकार के तीन साल बाद भी उन्हें नहीं मिला है।
आशु ने कहा कि अब आपके पास कोई बहाना नहीं है और न ही आप अब किसी और को दोषी ठहरा सकते है। आप तीन साल से पंजाब में सत्ता में हैं। आप अभी भी लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए और समय मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि आपने लोगों को बहुत धोखा दिया है, लेकिन अब और नहीं। लुधियाना के लोग एक बार फिर से धोखा नहीं खाएंगे।
उन्होंने आपको पहले ही मौका दिया था और आपने इसे बर्बाद कर दिया। आशु ने दोनों शीर्ष नेताओं को चुनौती दी कि वे बताएं कि उन्होंने ड्रग्स, भ्रष्टाचार, कानून और व्यवस्था की समस्या और पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के लिए जिम्मेदार लोगों को दंडित करने के बारे में क्या किया है।
आशु को सीट मिलती है तो उनकी डगर नहीं आसान
यहां वर्णनीय है कि आशु को कांग्रेस हल्का पश्चमी से चुनाव लड़वाती है तो आशु की डगर आसान नहीं रहने वाली। कांग्रेस में कई मौको पर गुटबाजी स्पष्ट रूप से देखी गई है। इसका कारण यह है कि लोक सभा चुनाव में आशु लुधियाना सीट से सबसे मजबूत दावेदार थे लेकिन हाईकमान ने अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को चुनाव मैदान में उतारा।
चुनाव के नतीजों में पूर्व मंत्री आशु के इलाके हल्का पश्चिमी में कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा था। वहां से भाजपा काफी मार्जिन के साथ आगे रही है। जिसके बाद आशु की तरफ से अपने प्रधान की जीत के बाद पूरी तरह से चुप्पी साध ली गई है। राजा वड़िंग की जीत के बाद हुए जश्न में भी आशु नजर नहीं आए थे। कई प्रेस कान्फ्रेंस भी हुई उसमें भी आशु गैरहाजिर रहे।