वरुण शर्मा | मुजफ्फरनगर5 मिनट पहले
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मुजफ्फरनगर में जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर सैकड़ों शिवसेना कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र के नागपुर में हुई हिंसा के विरोध में प्रदर्शन किया।
मुजफ्फरनगर में मंगलवार दोपहर जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर सैकड़ों शिवसेना कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र के नागपुर में हुई हिंसा के विरोध में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने औरंगजेब के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उसकी कब्र और मुगल शासकों के नाम पर बने स्मारकों को हटाने की मांग उठाई।
शिवसेना कार्यकर्ताओं ने कहा- औरंगजेब का समर्थन करने वालों को जूते मारो, मुल्लाह का ना काजी का, देश है वीर शिवाजी का है। प्रदर्शन के बीच कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा, जिसमें मांग की गई कि देश में औरंगजेब सहित सभी विदेशी मुगल शासकों की कब्रें और उनके नाम से बनी सड़कों व स्मारकों के नाम हटाए जाएं।
बिट्टू सिखेड़ा की सनसनीखेज घोषणा
प्रदर्शन के दौरान शिवसेना के जिला अध्यक्ष बिट्टू सिखेड़ा ने एक सनसनीखेज घोषणा की। उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति औरंगजेब की कब्र को तोड़ेगा, उसे पांच बीघा जमीन और 11 लाख रुपये इनाम के तौर पर दिए जाएंगे। इस घोषणा ने प्रदर्शन को और गरमा दिया।
इसके साथ ही कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री से मांग की कि नागपुर कांड के दोषियों और औरंगजेब का समर्थन करने वाले सभी लोगों की भारतीय नागरिकता रद्द की जाए, उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाया जाए और उन्हें पाकिस्तान या बांग्लादेश भेज दिया जाए।
यह प्रदर्शन उस समय हुआ जब हाल ही में नागपुर में औरंगजेब को लेकर दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प की खबरें सामने आई थीं। मुजफ्फरनगर में शिवसेना के इस प्रदर्शन ने स्थानीय स्तर पर भी इस मुद्दे को हवा दे दी है।