कानपुर से दो सराफा कारोबारियों का डेढ़ करोड़ का सोना लेकर फरार होने वाले मानस हेत की पत्नी उससे भी ज्यादा चालक निकली। कानपुर में पुलिस के हाथ जो सीसी टीवी फुटेज लगा है उसमें आरोपी कारीगर की पत्नी सामान लेकर उसके साथ जाती दिख रही है। उसके बावजूद जब मं
.
कानपुर में सराफा कारोबारी गौरव पाल और शेख सरफराज अली का डेढ़ करोड़ का सोना लेकर कारीगर मानस हेत परिवार समेत फरार हो गया था। इस मामले में शेख सरफराज अली ने फीलखाना थाने में 6 दिसम्बर को एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस की एक टीम पश्चिम बंगाल रवाना हो गई। सराफा कारोबारी गौरव पाल पहले से वहां पर मौजूद थे। वो पुलिस के साथ मानस हेत के घर दबिश मारने पहुंचे मगर वो वहां से निकल चुका था।
मायके में मिली पत्नी पुलिस ने की पूछताछ
गौरव पाल के मुताबिक वो पुलिस टीम के साथ गांव मुजलिसपुर पश्चिम बंगाल पहुंचे। गौरव के मुताबिक यहां मानस की ससुराल है जहां पर उसकी पत्नी लक्ष्मी लोखी मिली। पुलिस ने लक्ष्मी से पूछताछ की तो उसने बताया कि मानस के बारे में उसे कोई जानकारी नहीं। उसे मायके छोड़कर वो चला गया है।
एक दर्जन लॉज दिखाए बोली मदद कर रही हूं
पुलिस के थोड़ा दबाव बनाने पर लक्ष्मी ने आसपास के एक दर्जन लॉज पुलिस को दिखवाए। पुलिस ने जब पूछताछ की तो लक्ष्मी ने कहा कि वो सिर्फ पुलिस की मदद कर रही है उसका इस घटना से कोई लेना देना नहीं। लक्ष्मी ने यह भी बताया कि मानस ने एका एक घर आकर कहा था कि गांव चलना है और हम लोग निकल आए।
पूरी ससुराल कर रही है मानस की मदद
गौरव पाल ने बताया कि मुजलिसपुर गांव पूरी तरह से मानस हेत की मदद कर रहा है। पुलिस ने वहां पर दो संदिग्धों को उठाया तो गांव वालों ने लोकल पुलिस की मदद ली। लोकल पुलिस ने साफ कहा कि संदिग्धों के खिलाफ कोई सबूत न होने के कारण उन्हें चौबीस घंटे से ज्यादा नहीं रोका जा सकता है। लिहाजा पुलिस को उन्हें छोड़ना पड़ा।
वापस लौटे गौरव पाल
मंगलवार को सराफा कारोबारी गौरव पाल वापस कानपुर लौट आए। उन्होंने बताया कि वहां पर पुलिस और गांव के लोग ज्यादा मदद नहीं कर रहे हैं। जो फोन कारीगर के पास था वो भी स्विच ऑफ जा रहा है। पुलिस आरोपियों को तलाशने का प्रयास कर रही है मगर कोई सुराग हाथ नहीं लगा है।