छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में नक्सल विरोधी अभियान को बड़ी सफलता मिली है। कोंडागांव में एक लाख रुपए की इनामी महिला नक्सली सुमित्रा उर्फ कुमारी देवे ने आत्मसमर्पण किया है। वह पिछले 16 साल से नक्सली गतिविधियों में शामिल रही।
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सुमित्रा बारसूर एलओएस की सक्रिय सदस्य थी। 2009 से 2011 तक जनमिलिशिया सदस्य रही। इसके बाद 2012 से 2022 तक बारसूर एलओएस में सक्रिय रही। वह कोंडागांव, बस्तर और नारायणपुर के सीमावर्ती क्षेत्रों में कई नक्सली गतिविधियों में शामिल थी।
50 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि मिली
पुलिस के मुताबिक, सरकार की पुनर्वास नीति और नक्सल उन्मूलन नीति से प्रेरित होकर सुमित्रा ने यह कदम उठाया। नक्सली जीवन से तंग आकर और बेहतर भविष्य की आशा में उसने आत्मसमर्पण का फैसला किया।
सरकार ने छत्तीसगढ़ नक्सलवाद अनुकरण नीति-2025 के तहत उसे 50,000 रुपए की प्रोत्साहन राशि दी है।
पुलिस महानिरीक्षक पी. सुन्दरराज ने इसे नक्सल उन्मूलन नीति की सफलता बताया। यह अभियान कोंडागांव पुलिस अधीक्षक वाय अक्षय कुमार, 188वीं वाहिनी सीआरपीएफ कमांडेंट भवेश चौधरी और एएसपी कौशलेंद्र पटेल के मार्गदर्शन में चलाया गया।