कोरबा में भारतीय कोयला खदान मजदूर संगठन (बीएमएस) की महत्वपूर्ण बैठक हुई।
कोरबा में भारतीय कोयला खदान मजदूर संगठन (बीएमएस) की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक में कोयला उद्योग प्रभारी लक्ष्मा रेड्डी ने संगठन की प्रमुख उपलब्धियों का ब्योरा प्रस्तुत किया।
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बीएमएस ने 11वें वेतन समझौते में दो साल के संघर्ष के बाद मजदूरों को 19% वेतन वृद्धि दिलाई। कोरोना काल में मृतक मजदूरों के परिवारों को 15 लाख रुपए का मुआवजा दिलाने में सफलता मिली।
खदान हादसे में मृत्यु पर 1 करोड़ रुपए का मुआवजा और ठेका मजदूरों को 40 लाख रुपए का भुगतान सुनिश्चित कराया।
बैठक में संगठन की प्रमुख उपलब्धियों का ब्योरा प्रस्तुत किया गया
महिला विंग के साथ विशेष चर्चा का प्रस्ताव
संगठन ने कर्मचारियों के लिए कई महत्वपूर्ण सुविधाएं हासिल कीं। बीमा योजना में कर्मचारी के खाते से कटौती को समाप्त करवाया। जनरल मजदूर पद को जनरल असिस्टेंट में अपग्रेड करवाया। वर्दी और जूते की व्यवस्था भी लागू करवाई।
कोल इंडिया में कार्यरत 17 लाख से अधिक महिला कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान के लिए महिला विंग के साथ विशेष चर्चा का प्रस्ताव रखा गया। संगठन ने कोल इंडिया में हुए 900 करोड़ रुपए के सीएमपीएफ घोटाले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
बैठक में मजदूर संगठन के सदस्य शामिल हुए
‘निजीकरण मजदूर के हितों के लिए खतरा’
उद्योग प्रभारी लक्ष्मा रेड्डी ने कोल इंडिया के निजीकरण को मजदूरों के हितों के लिए खतरा बताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि बीएमएस निजीकरण के विरोध में लगातार संघर्ष करता रहेगा।