कौशांबी11 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
‘मैं उसे कभी नहीं मारता, लेकिन वो किसी और से शादी करने की बात कह रही थी। हम दोनों एक दूसरे से प्यार करते थे, करीब 2 साल से हमारा अफेयर चल रहा था। 15 मई को उसका रोका होना था, फिर उसकी शादी हो जाती।
मैं उसे ऐसा करने से मना कर रहा था, नहीं मानी। इसलिए उसे मार दिया। वो मेरा फोन उठा लेती तो आज जिंदा होती। उसे मेरा नंबर ब्लॉक नहीं करना चाहिए था। मैंने उसको 30 फोन किए थे। उसे समझाने मैं 6 किलोमीटर पैदल चलकर उसके घर गया, लेकिन वो नहीं समझी।’
ये कबूलनामा है 26 साल के सुरेंद्र का। कौशांबी रविवार देर रात सुरेंद्र ने अपनी प्रेमिका ज्योति सिंह (24) की हत्या कर दी थी। उसने पहले गला रेता। फिर दोनों हाथों की नसें काट दी थी।
पुलिस ने मंगलवार सुबह आरोपी सुरेंद्र सिंह पटेल को पकड़ लिया। हत्या से पहले ज्योति और सुरेंद्र की करीब 20 मिनट तक बात हुई थी। दोनों रिश्ते में भाई-बहन लगते थे। मामला कौशांबी से 40 किलोमीटर दूर पश्चिमशरीरा थाना क्षेत्र का है।
अब पढ़िए आरोपी का पूरा कबूलनामा…
ये ज्योति है। जिसकी उसके प्रेमी ने बेरहमी से हत्या कर दी।
लड़की ने शादी की बात की, तो मैं परेशान हो गया
सुरेंद्र ने पुलिस को बताया, रविवार, 27 अप्रैल की शाम करीब 8 बजे ज्योति का फोन आया। हम दोनों की बातचीत हुई। दिन में क्या-क्या किया, एक-दूसरे को बताया। 14 अप्रैल को मेरी बहन की शादी हुई थी। उसके बारे में उसने मुझसे बात की। उसके बाद वो मुझसे कहने लगी, मेरी भी अब शादी हो जाएगी। पहले मुझे लगा वो मजाक कर रही है तो मैं हंसने लगा। उसने मुझे कहा, ये मजाक नहीं है। 15 मई को लड़के वाले घर आ रहे हैं। सब सही रहा तो मेरा रोका हो जाएगा।
उसकी ये बात सुनकर मैं कुछ देर तो शांत रहा। फिर उससे बोला, तुम ऐसे कैसे किसी और से शादी कर लोगी। हम दोनों शादी करेंगे। लेकिन, वो मुझसे शादी करने लिए मना करने लगी। वो कह रही थी, हमारा तुम्हारा रिश्ता दूसरा है। हमारी कभी शादी नहीं हो सकती। अगर घरवालों को पता चला तो हमारे लिए सही नहीं रहेगा। अच्छा यही है कि हम दोनों घरवालों की मर्जी से शादी कर लें।
आरोपी सुरेंद्र ने पुलिस को बताया, मैं ज्योति के बिना नहीं रह पाता। लेकिन वो ये बात नहीं समझ रही थी।
मेरा नंबर ब्लॉक किया, 30 कॉल किए
सुरेंद्र ने आगे बताया, उसकी बातें सुनकर मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था। मैं उसको समझा रहा था, लेकिन वो जिद पर अड़ी हुई थी। हमारी फोन पर लड़ाई होने लगी। उसने गुस्से में मेरा फोन काट दिया। फिर मेरा नंबर भी ब्लॉक कर दिया। मैंने उसको 30 कॉल किए, लेकिन कोई जवाब नहीं आया।
इसके बाद मेरा गुस्सा और बढ़ गया। मेरे और उसके घर की दूरी करीब 10 किलोमीटर है। एक छोटा रास्ता है, जो 5-6 किलोमीटर का है। मैं उस रास्ते से पैदल चलकर उसके घर पहुंचा। घर जाकर उसके घर का गेट खटखटाया, लेकिन वो नीचे नहीं आ रही थी। उस समय वह घर में अकेली थी।
परिवार के लोगों ने अभी ज्योति का कमरा साफ नहीं किया है। कमरे में सब तरफ खून फैला है।
गुस्से में चाकू से गला काट दिया गुस्से में मैं उसका नाम चिल्लाने लगा। करीब 5 मिनट बाद वो नीचे उतरी। उसने गेट खोला। गेट खुलते ही मैं घर के अंदर घुस गया। हम दोनों कमरे में गए। वहां मैं उसे शादी न करने के लिए बोलने लगा। अपने साथ चलने के लिए दबाव बनाने लगा। लेकिन वो परिवार को छोड़कर जाने के लिए तैयार नहीं थी। बहुत देर तक हमारी बहस हुई। वो मेरी हालत नहीं समझ रही थी।
गुस्से में मैंने उसके साथ मारपीट की। चाकू मैं अपने साथ लेकर गया था। उसी चाकू से उसका गला काट दिया। कुछ देर वह छटपटाई, फिर शांत हो गई। उसकी मौत हो चुकी थी। यह देख मैं बहुत डर गया। उसकी हत्या को आत्महत्या दिखाने के लिए चाकू से दोनों हाथों की नसें भी काट दीं।
मुझे बहुत डर लग रहा था। वो अपने दूसरे घर में ही सिलाई-कढ़ाई का सेंटर चलाती थी। वहीं पर ऊपर वाले फ्लोर वाले में सो जाती थी। इसलिए उसकी आवाज किसी को सुनाई नहीं दी।
दरवाजे के हैंडल पर खून लगा हुआ है। जो ज्योति का बताया जा रहा है।
छत फांदकर मैं मौके से भाग गया कमरे में सब तरफ खून फैला हुआ था। मैं किसी तरह से बचते हुए, कमरे का दरवाजा खोलकर बाहर निकला। उसके बाद छत फांदकर वहां से भाग गया। मैंने घटनास्थल से कुछ दूरी पर ही चाकू फेंक दिया। सुबह घर में उसकी मरने की खबर आई तो मैं घबरा गया। पापा मुझसे साथ चलने के लिए बोल रहे थे, लेकिन मैं नहीं आया।
दोनों का रिश्ता क्या था, जानिए लड़की के पिता को आरोपी सुरेंद्र सिंह पटेल फूफा कहता था। वह उनकी ससुराल की रिश्तेदार में आता था। इसलिए परिवार का घर पर आना-जाना था। सुरेंद्र और ज्योति नजदीक आ गए। दोनों में अफेयर हो गया। जबकि दोनों रिश्ते में भाई-बहन लगते थे।
अब पढ़िए उस गांव से रिपोर्ट, जहां ये घटना हुई थी दैनिक भास्कर टीम कौशांबी से लगभग 40 किलोमीटर दूर पश्चिमशरीरा थाना क्षेत्र स्थित ज्योति के गांव कोलुहा बैरमपुर पहुंची। आस-पड़ोस के लोग और रिश्तेदार ज्योति के पिता के पास बैठे थे। आरोपी सुरेंद्र के चाचा भी वहीं मौजूद थे। घर के अंदर से महिलाओं के रोने की आवाजें आ रही थीं।
जिस कमरे में युवती की हत्या हुई थी वो अभी तक साफ नहीं हुआ है। चारपाई पर खून लगा हुआ है। जमीन पर भी खून पड़ा है। कमरे का सामना बिखरा है। घर के लोग कमरे में जाने से बच रहे हैं। वो लोग बार-बार बेटी को याद कर रोने लगते हैं। आरोपी हत्या करने के बाद खून से सने हाथों से कमरे का दरवाजा खोलकर भागा था। दरवाजे के हैंडल में खून का निशान लगा हुआ है।
पीड़ित पिता बोले- हम बेटी की शादी की तैयारी कर रहे थे। क्या पता था उसका अंतिम संस्कार करना पड़ेगा।
पिता बोले- हमें कभी सुरेंद्र पर शक नहीं हुआ ज्योति के पिता शंभू नाथ सिंह ने बताया, मेरी बेटी बहुत होनहार थी। सिलाई का काम करके घर चलाने में मदद करती थी। पता नहीं उसके साथ ऐसा क्यों हुआ है? जिस लड़के पर आरोप लगा है, वो रिश्ते में मेरा भतीजा लगता है। हमारे घर आता रहा है।
अभी 9 अप्रैल को बहन की शादी का कार्ड लेकर आया था। उसके बाद 14 अप्रैल को हम लोग शादी कार्यक्रम में शामिल होने उसके घर भी गए हुए थे। रात में वापस आ गए थे। हमें कभी उस पर शक नहीं हुआ। लेकिन, जिस तरह से बातें निकलकर आई हैं, उससे तो भरोसा उठ गया। उसने पूरे परिवार के विश्वास का कत्ल किया है।
आरोपी के चाचा बोले- मेरा भतीजा निर्दोष है।
मेरे भतीजे को गलत फंसाया जा रहा है- आरोपी के चाचा युवती के घर पहुंचे आरोपी के चाचा अमृत सिंह ने बताया, मेरा भतीजा 8वीं तक पढ़ा है। वो अहमदाबाद में नौकरी करता है। यहां कभी-कभी ही आता है। अभी भी बहन की शादी में शामिल होने आया हुआ था। उस पर जो भी आरोप लगे हैं, सब गलत हैं। मेरा भतीजा तो घर पर था, वो ऐसा कैसे कर सकता है। पुलिस ने उसको गलत उठाया है।
पीड़िता और आरोपी के घर के बीच 10 किलोमीटर की दूरी आरोपी सुरेंद्र भगवतपुर कटरी गांव का रहने वाला है। युवती के घर से आरोपी के घर की दूरी 10 किलोमीटर है। आरोपी के पिता खेती किसानी करते हैं। एक बहन है, जिसकी शादी हो चुकी है। आरोपी अपने पिता का इकलौता बेटा है। वहीं, पीड़िता ज्योति की बड़ी बहन सुषमा की शादी हो चुकी थी। छोटा भाई शुभम अभी पढ़ाई कर रहा है। पिता शंभू नाथ डाकघर में डाकिया के पोस्ट पर तैनात हैं। मां उमा देवी घर पर रहती हैं।
ज्योति की मां को गांव की महिलाएं संभाल रही हैं। घटना के बाद से वो बस रोए जा रही हैं।
ज्योति का परिवार से बहुत लगाव था- गांव की दोस्त गांव में ज्योति की एक दोस्त भी मिली। उसने नाम न बताने की शर्त पर बताया, ज्योति और सुरेंद्र का अफेयर तो था। ये लोग अक्सर मिलते भी थे। शादी वाली बात की जानकारी मुझे नहीं है। ज्योति का अपने परिवार से बहुत लगाव था। मुझे ये बात पता है वो उनके खिलाफ जाकर कभी भी शादी न करती।
युवती के शरीर पर चोट के 8 निशान पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में युवती के शरीर में करीब 8 घाव मिले हैं। जिसमें से गले, हाथ और सिर की चोट का घाव लगभग डेढ़ इंच तक गहरा है। युवती की रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर है। उसके सीने की हड्डी भी टूटी हुई है। रेप की पुष्टि रिपोर्ट में नहीं की गई है।
————————
यह खबर भी पढ़ें-
शादी से इनकार पर प्रेमिका का हाथ-गला काटा: कौशांबी पुलिस ने एनकाउंटर में प्रेमी को मारी गोली; बोला-शादी तय हो गई थी, इसलिए मार डाला
कौशांबी में जिस युवती की गला और हाथ काटकर हत्या की गई थी। SP ने रेप की भी आशंका जताई थी। कहा था- लड़की को बेरहमी से मार गया है। पुलिस ने 24 घंटे के बाद इस जघन्य हत्या का खुलासा कर दिया है। यहां पढ़ें पूरी खबर