गयाजी में डीएम शशांक शुभंकर की अध्यक्षता में पितृपक्ष मेला महासंगम-2025 की तैयारियों को लेकर मीटिंग हुई। समाहरणालय सभागार में महत्वपूर्ण बैठक हुई। इसमें जिला स्तरीय वरीय पदाधिकारियों के साथ-साथ विष्णुपद मंदिर प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष व पंडा-पुजा
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पिछले सालों की तरह इस बार भी मेला को भव्य और व्यवस्थित बनाने के लिए अभी से तैयारी जरूरी है। घाटों की संख्या बढ़ने और तीर्थयात्रियों की भीड़ को देखते हुए साफ-सफाई और सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया। गयाजी डैम से लेकर घुघड़ीताड़ पुल तक नदी की गाद सफाई का काम 15 जून से 20 जून तक दिन-रात चलेगा।
पिंड वेदियों के पास गाद की सफाई के आदेश
डीएम ने निर्देश दिया कि सरस्वती, धर्मारण्य और पितामहेश्वर जैसी पिंड वेदियों के पास भी गाद की सफाई कराई जाए। वैतरणी तालाब के बंद लेजर शो और फाउंटेन को चालू कराने का जिम्मा नगर आयुक्त को सौंपा गया।
आवासन व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए समिति को अभी से स्थल चिह्नित करने और टॉयलेट-पेयजल की रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया। मेला क्षेत्र की सड़कों, नालियों और बिजली व्यवस्था की भी समीक्षा की गई। डीएम ने कहा कि अतिरिक्त ट्रांसफॉर्मर जुलाई अंत तक लगा दिए जाएं, ताकि बिजली की कोई समस्या नहीं रहे।
-पानी की सुविधा देने का भी निर्देश
स्वास्थ्य विभाग को दवा, उपकरण और डॉक्टरों की व्यवस्था समय से सुनिश्चित करने को कहा गया। पार्किंग स्थल के चयन और वहां टॉयलेट-पानी की सुविधा देने का भी निर्देश दिया गया।
डीएम ने सभी पदाधिकारियों को क्षेत्र का दौरा कर आवश्यक रिपोर्ट देने के लिए कहा। पंडा-पुजारियों और अधिकारियों से सुझाव लेते हुए मेला क्षेत्र को थीम आधारित सजावट, स्पेशल बस सेवा, सीवरेज सिस्टम सुधार, ड्रोन सर्विलांस और AI चैटबॉट जैसी आधुनिक सुविधाओं से लैस करने का प्रस्ताव भी सामने रखा।