गोरखपुर में एक नर्सिंग होम पर इलाज में लापरवाही और परिजनों के साथ मारपीट का गंभीर आरोप लगा है। मामला सहजनवां इलाके में स्थित आरोग्य नर्सिंग होम का है। पीड़ित परिवार का कहना है कि अस्पताल प्रशासन ने उनकी बेटी का इलाज सही तरीके से नहीं किया और जब उन्हो
.
इलाज के नाम पर लापरवाही, ऑपरेशन के बाद नहीं दी जानकारी
पीड़ित परिवार के मुताबिक, वे 25 मार्च 2025 को अपनी 22 वर्षीय बेटी नीटू का इलाज कराने आरोग्य नर्सिंग होम पहुंचे थे। डॉक्टरों ने मरीज को भर्ती कर लिया और कुछ दवाएं दीं। 26 मार्च को डॉक्टरों ने ऑपरेशन के लिए मरीज को बेहोश कर दिया, लेकिन उसके बाद घंटों तक कोई जानकारी नहीं दी गई।
परिजनों का आरोप है कि जब उन्होंने डॉक्टर से मरीज की स्थिति के बारे में पूछा, तो उन्हें नजरअंदाज किया गया। जब बार-बार पूछने के बावजूद कोई जवाब नहीं मिला, तो परिजनों ने डॉक्टर से स्पष्ट जानकारी देने को कहा। इसी बात पर नर्सिंग होम संचालक डॉ. विवेक भड़क गए और उन्होंने बदसलूकी शुरू कर दी।
विरोध करने पर परिजनों से गाली-गलौज और मारपीट
परिजनों ने बताया कि जब उन्होंने मरीज की स्थिति को लेकर आपत्ति जताई और डिस्चार्ज कराने की बात कही, तो डॉक्टरों ने उनसे पैसे मांगे। परिजनों ने जब यह पूछा कि इलाज में पहले ही इतनी लापरवाही हुई है, तो अब पैसे क्यों मांगे जा रहे हैं, तो डॉक्टर ने गाली देना शुरू कर दिया। इसके बाद डॉक्टर और अस्पताल स्टाफ ने मिलकर मरीज के परिजनों को धक्का दिया और मारपीट की।
पीड़ित परिवार का कहना है कि डॉक्टर ने उन्हें धमकी दी कि अगर उन्होंने ज्यादा हंगामा किया तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। परिजनों ने बताया कि इस घटना के बाद वे काफी डरे हुए हैं और अब किसी अन्य अस्पताल में मरीज का इलाज कराने पर विचार कर रहे हैं।
डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग, पुलिस ने शुरू की जांच
घटना के बाद परिजनों ने सहजनवां थाने में डॉक्टर के खिलाफ तहरीर दी है और सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पहला मामला नहीं है जब इस नर्सिंग होम पर लापरवाही के आरोप लगे हैं। इससे पहले भी कई मरीजों के परिवारों ने अस्पताल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
परिजनों का कहना है कि वे इस मामले को लेकर उच्च अधिकारियों से भी शिकायत करेंगे, ताकि भविष्य में किसी और मरीज के साथ इस तरह की लापरवाही न हो। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है और दोषी पाए जाने पर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।