कुत्ते के काटने से मां की गोद में घायल बच्ची।
ग्वालियर शहर में आवारा कुत्ते जानलेवा होते जा रहे हैं। आए दिन सैकड़ों लोग इनका शिकार हो रहे हैं। इसके बावजूद प्रशासन कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा है। इसी का नतीजा है कि मोहना क्षेत्र में रहने वाली 4 वर्षीय मासूम बच्ची मानवी बीते रोज अपने घर के बाहर ख
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तभी परिजन उसे बचाने के लिए दौड़े और उन्होंने बच्ची को कुत्ते की पकड़ से छुड़ा लिया। कुत्ते ने अपने दांत बच्ची के पैर में गड़ा दिए और मांस खींच लिया, जिससे वह लहूलुहान हो गई। परिजन उसे लेकर जयारोग्य चिकित्सालय के ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। यहां बच्ची के पैर में करीब एक दर्जन टांके आए हैं। बच्ची को गुरुवार को पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग में शिफ्ट कर दिया गया। अब बच्ची की हालत ठीक है।
सिर्फ 3 दिन में सैकड़ों मरीज पहुंचे अस्पताल
शहर में कुत्ते काटने की घटनाएं किस कदर बढ़ रही हैं। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि रोजाना 100 से ज्यादा मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। जेएएच की पीएसएम विभाग की ओपीडी में 16 दिन (14 मई से 29 मई) में 3000 लोगों को एंटी रैबीज इंजेक्शन लगाए गए हैं। इनमें अंतिम 3 दिन में ही 380 मरीज अस्पताल पहुंचे। अगर जिला और सिविल अस्पताल के साथ डिस्पेंसरियों की संख्या भी जोड़ें तो संख्या ओर भी बढ़ जाएगी।
कुत्ता काट ले तो यह करें
जब भी कुत्ता काटे तो उस स्थान को साबुन और पानी से कम से कम 10 मिनट धोएं और एंटी सेप्टिक सोल्यूशन लगाकर तुरंत ही विशेषज्ञ की सलाह लें। मिर्च लगाना ठीक नहीं है, क्योंकि इससे घाव को भरने में समय अधिक लगेगा। जेएएच और जिला अस्पताल में कैजुअल्टी के सामने एंटी रैबीज क्लिनिक संचालित हैं। जिसमें एंटी रैबीज इंजेक्शन नि:शुल्क लगाए जाते हैं।