ग्वालियर के एलएनआईपीई में भोपाल एम्स की मदद से हो रहे निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का शुक्रवार, 27 दिसंबर को आखिरी दिन है। 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर इसकी शुरुआत हुई थी।निशुल्क स्वास्थ्य शिविर के पहले दो दिन में 21 हजार
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गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों की बनी आईडी, इसी से एम्स में होगा इलाज शिविर में मौके पर ही मरीजों का इलाज तो किया ही जा रहा है, साथ ही गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों की मेडिकल आईडी भी तैयार की जा रही है। जिन मरीजों का शिविर में ऑपरेशन और इलाज संभव नहीं हुआ, उनका इलाज इस आईडी के जरिए एम्स भोपाल में होगा।
निशुल्क स्वास्थ्य शिविर के पहले दो दिन में 21 हजार ज्यादा मरीजों ने चेकअप और इलाज कराया।
एम्स के 22 विभागों के डॉक्टर्स आए शिविर में एम्स के 22 विभागों के चिकित्सकों का दल इलाज करने के लिए आया है। इनमें जनरल स्क्रीनिंग ओपीडी (मेडीसिन, सीएफएम व सर्जरी), बर्न प्लास्टिक, कार्डियोलॉजी, सीटीवीएस, डर्माटोलॉजी, डेटिस्ट्री, एंडोक्रिनोलॉजी, गेट्रोएंट्रोलॉजी, हेमोटोलॉजी, पीडियार्टिक सर्जरी, ऑन्कोलॉजी, ऑर्थोपेडिक्स, पीडियाट्रिक्स ऑर्थोपेडिक्स, यूरोलॉजी, सायकाट्री, गायनोकॉलोजी, न्यूरो सर्जरी, नेफ्रोलॉजी, ईएनटी, ट्रांसफ्यूजन मेडीसिन, आयुष व डायगनोस्टिक्स (रेडियोडायगनोसिस, ईसीजी व प्वॉइंट ऑफ केयर टेस्टिंग) शामिल हैं।