घटना में रामआसरे विश्वकर्मा की मौत हो गई।
छतरपुर के गुड़ाकला गांव में बुधवार दोपहर को बीड़ी पीते समय एक दिव्यांग बुजुर्ग की खटिया में आग लग गई। आग से बुरी तरह झुलसने के बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
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स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना बुधवार दोपहर 2 बजे की है। उस समय रामआसरे विश्वकर्मा घर में अकेले थे, परिवार के अन्य सदस्य खेत पर काम करने गए थे। इस दौरान बीड़ी पीते समय माचिस की तीली गिरने से खटिया में आग लग गई। बुजुर्ग करीब 30 मिनट तक चीखते रहे, लेकिन किसी ने उनकी आवाज नहीं सुनी। जब धुआं देखकर ग्रामीण पहुंचे, तब तक वह 80 प्रतिशत जल चुके थे।
इलाज के दाैरान हुई मौत
ग्रामीणों ने पानी डालकर आग बुझाई और उन्हें लवकुश नगर अस्पताल ले गए। वहां से डॉक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। रात 10 बजे इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। बेटे मुन्ना ने बताया कि उनके पिता बीड़ी पीने के आदी थे। 14 महीने पहले कमर दर्द और नस ब्लॉक होने के कारण वह दिव्यांग हो गए थे। चल-फिर नहीं पाते थे।
चंदला TI उदयवीर सिंह ने बताया-
मामले की जांच की जा रही है। पुलिस ने मृतक का पंचनामा बनाया है और शव का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है।