फोरलेन पर कपड़े उतार प्रदर्शन करते स्थानीय प्रभावित व्यापारी।
रतलाम के जावरा-उज्जैन के बीच प्रस्तावित ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल्ड फोरलेन का जावरा के शहरी क्षेत्र में विरोध हो रहा है। बुधवार दोपहर विरोध करने वाली संघर्ष समिति के पदाधिकारियों के साथ व्यापारियों ने जावरा में फोरलेन पर एमपीआरडीसी के खिलाफ प्रदर्शन
.
बता दें कि जावरा-उज्जैन के बीच प्रस्तावित ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल्ड फोरलेन का हिस्सा शहरी क्षेत्र में आ रहा है। इसमें भूतेड़ा से महू-नीमच हाइवे के बीच प्रस्तावित 7 ब्रिज बनने है। ब्रिज बनने से स्थानीय दुकानदारों का व्यवसाय प्रभावित होगा। इस कारण से स्थानीय व्यापारियों व दुकानदारों द्वारा विरोध किया जा रहा है। प्रभावित चाहते हैं कि ब्रिज की जगह रोटरी डेवलप होना चाहिए। इसके अलावा अन्य विकल्प भी तलाशना चाहिए।
फोरलेन पर अर्धनग्न होकर नारेबाजी करते स्थानीय व्यापारी व जनप्रतिनिधि।
दो माह से चल रहा धरना स्थानीय प्रभावित व्यापारियों व दुकानदारों द्वारा बनाई गई जन संघर्ष समिति द्वारा पिछले दो माह से उज्जैन बायपास पर धरना दिया जा रहा है। सभी ने इस कार्य को लेकर सामूहिक व व्यक्तिगत आपत्ति भी दर्ज करवाई है। इस बीच कुछ प्रभावितों के पास एमपीआरडीसी द्वारा नोटिस भेजा गया। जिसमें प्रभावितों को अपनी आपत्ति पर जवाब पेश करने के लिए कलेक्टोरेट में दस्तावेज के साथ उपस्थित होने की बात कही है। जवाब देने के लिए 13 व 14 फरवरी का समय दिया है।
एमपीआरडीसी का पुतला बनाकर जूते मारे और नारेबाजी की।
एमपीआरडीसी के पुतले पर मारे जूते फोरलेन पर व्यापारियों ने एमपीआरडीसी का पुतले पर जूते भी मारे। अर्धनग्न होकर फोरलेन पर लेटकर विरोध जताया। विरोध के बाद स्थानीय तहसीलदार व पुलिस प्रशासन भी पहुंचा। प्रभावितों का कहना था कि जावरा-उज्जैन के बीच प्रस्तावित ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल्ड द्वारा जावरा में 7 से 8 किलोमीटर क्षेत्र में ब्रिज बनाकर व्यापार-व्यवसाय खत्म किया जा रहा है। पिछले दो माह से धरना दिया जा रहा है। क्षेत्रीय दुकानदार और किसानों ने रोड का नक्शा व डीपीआर मांगी तो आज दिनांक तक नहीं दिया। उल्टा नोटिस जारी कर दिया। जावरा एसडीएम त्रिलोचन गौड़ से मांग कि नोटिस का समय बढ़ाया जाए। बाद में मौके पर पहुंचे तहसीलदार ने आश्वासन दिया कि 15 दिन का समय बड़ा दिया जाएगा। जो जानकारी मांगी गई है वह भी दी जाएगी। इसके बाद विरोध प्रदर्शन समाप्त हुआ।
130 लोगों ने लगा रखी है आपत्ति समिति के असलम मेव ने बताया कि नोटिस में सिर्फ एक दिन का समय दिया है। 7 फरवरी को नोटिस जारी हुए। मंगलवार रात को चस्पा किए। इतने शॉर्ट नोटिस पर कोई क्या जवाब देगा। जवाब देने के लिए किसी को 13 तो किसी को 14 फरवरी का समय दिया है। इसी के विरोध में एमपीआरडीसी के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रस्तावित ब्रिज क्षेत्र में 1000 दुकानें हैं। 130 लोगों ने आपत्ति लगा रखी है।
फोरलेन किनारे सड़क पर अर्धनग्न होकर विरोध जताया।