तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में फाइलों को अनावश्यक रूप से लंबित रखने की लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने कहा कि कोई भी अधिकारी या कर्मचारी अगर किसी फाइल को तीन दिनों से ज्यादा रोक कर रखेगा, तो उसके ख
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कुलपति ने चेतावनी उस वक्त दी, जब समीक्षा बैठक के दौरान यह सामने आया कि कई फाइलें बिना किसी ठोस कारण के कई दिनों से पेंडिंग हैं। कुलपति ने कहा कि लापरवाही और ढिलाई की यह संस्कृति विश्वविद्यालय की कार्य प्रणाली को नुकसान पहुंचा रही है और इसे हर हाल में सुधारा जाएगा।.
बैठक के दौरान एक दिव्यांग कर्मी के एलपीसी और नॉन-रिफंडेबल लोन से संबंधित फाइल की स्थिति पर चर्चा हुई। जांच में पता चला कि यह संचिका विश्वविद्यालय के कर्मचारी उपानंद दास के पास कई दिनों से लंबित पड़ी है। इस पर कुलपति ने कड़ी नाराजगी जताते हुए उपानंद दास को मौके पर ही फटकार लगाई और चेताया कि कामकाज में लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बैठक में निर्देश देते VC।
तय सीमा में कार्य करने की दी चेतावनी
कुलपति ने विश्वविद्यालय के कुलसचिव को निर्देश दिया कि दोषी कर्मचारी उपानंद दास से शो कॉज जारी कर 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण लिया जाए। साथ ही यह भी कहा कि यदि समय रहते कार्यशैली में सुधार नहीं हुआ तो और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय में फाइलें रोकना अब बर्दाश्त नहीं होगा। कर्मचारियों को तय समय सीमा के भीतर कार्य पूरा करना होगा, वरना कार्रवाई के लिए तैयार रहें।