छतरपुर में चिकित्सकीय लापरवाही का मामला सामने आया है। चंदपुरा पहाड़िया की 9 वर्षीय नताशा के पैर में चमची से मामूली चोट लगी थी। प्रारंभिक इलाज डॉक्टर सतीश चौबे से करवाया गया, जिससे स्थिति में सुधार होने लगा था। इसके बाद एक पड़ोसी डॉक्टर ने 10 हजार रुप
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बच्ची की मां सलम्बा आदिवासी ने कर्ज लेकर इलाज के पैसे दिए। डॉक्टर ने नशे की हालत में बच्ची को इंजेक्शन लगाया। इससे बच्ची के पूरे शरीर में इन्फेक्शन फैल गया। उसका एक पैर बुरी तरह प्रभावित हो गया। पन्ना जिले के अजयगढ़ में जन स्वास्थ्य संरक्षक डॉ. पान सिंह यादव का कहना है कि उन्होंने 2 हजार रुपए में इलाज शुरू किया था। उनका आरोप है कि परिवार ने बीच में ही इलाज रोक दिया, जिससे इन्फेक्शन बढ़ गया।
पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की पीड़ित परिवार ने मंगलवार की सुबह सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराने का प्रयास किया। पांच घंटे तक बैठने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। थाना प्रभारी बाल्मीक चौबे ने मामले की जांच का आश्वासन दिया है। सीएमएचओ आरपी गुप्ता ने भी जांच करने की बात कही है।
5 घंटे बैठे रहे परिजन।