पकड़ी गई कार के साथ ट्रैफिक डीएसपी, एएसआई व आरोपी
दुर्ग ट्रैफिक पुलिस ने एक कार को काली फिल्म व सायरन लगाकर शहर में घूमते हुए पकड़ा है। कार मालिक ने कार में बकायदा इंटेलिजेंस अफसर का बोर्ड लगाया हुआ था। पुलिस ने जब गाड़ी को रोका तो उसने गाड़ी नहीं रोकी। इसके बाद उसका पीछा किया और सेक्टर 10 में घेराब
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एएसपी ट्रैफिक ऋचा मिश्रा ने बताया कि भिलाई में उनकी टीम ने अच्छा काम करते दो ऐसी गाड़ियों को पकड़ा था, जिसके ऊपर नीली बत्ती लगी थी, लेकिन वो उस बत्ती को लगाने के हकदार नहीं थे। इतना ही नहीं नीली बत्ती का रौब जमाते हुए वो उस गाड़ी में बुकिंग कर रहे थे। जब उन्होंने इस पर कार्रवाई की तो दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ला ने शहर में अभियान चलाकर ऐसी गाड़ियों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
मंगलवार शाम को पुलिस चेकिंग के दौरान उनकी टीम को सूचना मिली कि एक कार CG 07 MA 5674 संदिग्ध रूप से घूम रही है। कार में ब्लैक फिल्म लगी है और उसने बकायदा सायरन भी लगा रखा है। लोगों को इंटेलिजेंस अफसर बताकर धमका रहा है, जबकि वो इंटेलिजेंस अफसर नहीं है।
सूचना मिलते ही ट्रैफिक एएसआई राजकुमार दुबे, आरक्षक राहुल सोनी और रूपेश ठाकुर के साथ कार को पकड़ने पहुंचे। जब उन्होंने कार को रोकने का इशारा किया तो कार चालक भागने लगा। इसके बाद उन्होंने सेक्टर 10 के पास घेराबंदी करके उसे पकड़ा। पूछने पर चालक ने अपना नाम विक्रम खाखा पिता मोहिन खाखा निवासी भिलाई बताया।
कार के अंदर मिली पिस्टल का खाली मैग्जीन
ट्रैफिक पुलिस कार को लेकर ट्रैफिक टावर नेहरू नगर पहुंची। यहां जब उन लोगों ने कार की तलाशी ली तो उसके अंदर पिस्टल का खाली मैग्जीन मिली। इसके बाद भिलाई नगर पुलिस को बुलाया गया। इसके बाद गाड़ी चालक के खिलाफ काली फिल्म लगाने, सायरन लगाने के चलते मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई की गई और उसे भिलाई नगर पुलिस के हवाले कर दिया गया।
पहले भी पकड़ी जा चुकी हैं दो नीली बत्ती कार
इससे पहले भी ट्रैफिक पुलिस ने अपनी सूझबूझ की बदौलद डिपट्टी सीएम के काफिले में घुसकर चल रही नीली बत्ती लगाए इनोवा और रायपुर से बुकिंग लेकर रही पुलिस लिखी और नीली बत्ती लगाकर चलने वाली सियाज को पकड़ा है। दोनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है।