निवेश पर मोटा मुनाफा कमाने का झांसा देकर साइबर ठगों ने इंडस्ट्रियल कंसलटेंसी फर्म संचालक के साथ एक करोड़ 15 लाख रुपए की ठगी कर ली। मुनाफे के चक्कर में पीड़ित ने बैंक से लोन लेकर भी ठगों के द्वारा बताए गए खाते में रकम ट्रांसफर की। ठगी की जानकारी होने
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पुलिस को दी शिकायत में सेक्टर-18 निवासी मयंक गुप्ता ने बताया कि वह इंडस्ट्रियल कंसलटेंसी फर्म संचालक हैं। उनका कुछ अन्य कारोबार भी है। इसी साल 27 जनवरी को शिकायतकर्ता के मोबाइल पर रिशीता नाम की लड़की ने कॉल किया। उसने खुद को फाइनेंस के क्षेत्र में विशेषज्ञ होना बताया और कम रुपये निवेश कर दो गुना मुनाफा कमाने के बारे में जानकारी दी। कथित युवती ने मयंक को कैटलिस्ट ग्रुप स्टार और पी कैटरमार्केटस् के साथ जुड़कर निवेश करने की सलाह दी।
पहले एक लाख पर मिला 15 हजार का मुनाफा युवती के बातों में आने के बाद शिकायतकर्ता ने उसके द्वारा बताए गए फर्जी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किया और 31 जनवरी को एक लाख रुपए निवेश कर दिया। इस पर उसे 15 हजार 40 रुपए का मुनाफा हुआ। शिकायतकर्ता से कहा गया कि वह जब चाहे रकम निकाल सकता है। इसके बाद मयंक को यकीन हो गया कि युवती को निवेश संबंधी जानकारी है और जिस पोर्टल पर उसने रजिस्ट्रेशन किया है वह बिल्कुल प्रामाणिक और वास्तविक है।
65 लाख पर हुआ 1.68 करोड़ का मुनाफा मुनाफा पाने के बाद मयंक ने अगले दिन नौ लाख रुपये और निवेश कर दिए। इसके अलावा सात फरवरी को 20 लाख रुपए, 14 फरवरी को दस लाख, 17 फरवरी को नौ लाख, 20 फरवरी को 16 लाख रुपए का निवेश मयंक ने किया। 65 लाख रुपए निवेश कराने के बाद शिकायतकर्ता को बताया गया कि उसे एक करोड़ 68 लाख रुपए का मुनाफा हुआ है।
रकम निकालने के लिए जमा किए 31 लाख युवती ने मयंक को मुनाफे समेत पूरी रकम निकालने की सलाह दी। पीड़ित ने रुपए निकालने में रुचि दिखाई तो बदले में उससे 31 लाख 57 हजार 600 रुपए सरकारी कर जमा करने को कहा गया। पीड़ित ने 3 मार्च को यह रकम भी जमा कर दी। जिसकी रसीद भी पोर्टल के माध्यम से दे दी गई। फिर पीड़ित ने रुपए निकालने के लिए कहा तो उससे कनवर्सन चार्ज के रूप में 18 लाख 56 हजार रुपए की मांग की गई और 24 घंटे के अंदर सारे रुपए पीड़ित के खाते में स्वतः: ट्रांसफर होने का हवाला दिया गया। पीड़ित ने इस बार भी रकम भेज दी।
ऐसे हुई ठगी की जानकारी कुल मिलाकर पीड़ित ने एक करोड़ 15 लाख 13 हजार 600 रुपए जालसाजों के कहने पर निवेश कर दिए। वहीं 24 घंटे बीतने के बाद जब रुपए नहीं आए तो पीड़ित ने फिर से ठगों से संपर्क किया। इस बार ठग सिक्योरिटी मनी के बहाने 40 लाख रुपए मयंक से मांगने लगे। इसके बाद मयंक को खुद के साथ ठगी होने की आशंका हुई। पैसे वापस मांगने पर ठगों ने पीड़ित से संपर्क तोड़ लिया। साइबर क्राइम थाना प्रभारी रंजीत कुमार सिंह ने बताया कि जिन खातों में रकम ट्रांसफर हुई है उससे संबंधित कई अहम जानकारी मिल गई है।