पटना SSP अवकाश कुमार ने 5 महीने के कार्यकाल के दौरान पुलिस की उपलब्धि के आंकड़े जारी किए। उन्होंने कहा कि जून का महीना अभी पूरा नहीं हुआ है। 14 जून तक 5 महीने का कार्यकाल रहा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजधानी में बतौर SSP की जिम्मेदारी सौंपी। इसके
.
इस दौरान SSP अवकाश कुमार के चेहरे से साफ तौर पर उदासी भी झलक रही थी। उन्होंने तबादले के सवाल पर कहा कि ट्रांसफर पोस्टिंग बहुत सारी चीजों को लेकर होती हैं। इसका विशेषाधिकार मुख्यमंत्री के पास होता है। ट्रांसफर-पोस्टिंग नौकरी का हिस्सा है। इन सब चीजों से जोड़ना मेरे ख्याल से अनुचित है। ये हमारे और आपके हाथ की चीज नहीं होती है।
SSP ने जारी किए आकंड़े
पटना पुलिस ने 5 महीने में लूट, डकैती के मामले में 90 प्रतिशत डिटेक्शन किया है। अधिकतर मामलों में आरोपी पकड़े भी गए हैं। पटना पुलिस शानदार काम कर रही है। इसी का नतीजा है कि जून महीने में वर्ष 2021, वर्ष 22, वर्ष 23, वर्ष 24 की अपेक्षा हत्या, लुट, डकैती और एक्सटार्शन के आंकड़ों में गिरावट आई है।
पटना एसएसपी अवकाश कुमार को महज 5 महीने के कार्यकाल के बाद ही हटाकर BMP 1 में ट्रांसफर कर दिया गया है। पटना जिले में बतौर SSP सबसे कम समय का कार्यकाल है।