पन्ना की बेटी गायत्री रैकवार बीएसएफ में चयन होने के बाद पहली बार रविवार को अपने घर पहुंची। उनके आगमन पर परिवार और मोहल्लेवासियों ने ढोल-नगाड़ों के साथ जोरदार स्वागत किया। बेटी को देखकर माता-पिता भावुक हो गए। गायत्री ने अपने माता-पिता को सैल्यूट किया
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पन्ना के पुराने पावर हाउस के पास रहने वाली गायत्री के पिता लल्लू रैकवार तृतीय श्रेणी कर्मचारी के रूप में सेवानिवृत्त हुए हैं। बड़े परिवार में संघर्षपूर्ण जीवन बिताने के बावजूद गायत्री ने अपनी पढ़ाई पन्ना में पूरी की। उन्होंने अपने लक्ष्य को पाने के लिए दिन-रात मेहनत की।
माला और श्रीफल से किया गायत्री का स्वागत।
गायत्री ने बताया कि देश के लिए कुछ करने की सोच ने उन्हें सफलता दिलाई है। उन्होंने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय माता-पिता और परिजनों को दिया। आज महिलाएं न केवल प्रशासनिक और पुलिस सेवाओं में, बल्कि सशस्त्र बलों में भी देश की सेवा कर रही हैं। गायत्री की इस सफलता से पन्ना का नाम रोशन हुआ है।