पहलगाम में आतंकी हमले में निर्दाेष नागरिकों की हत्या के विरोध में सरगुजा जिला कांग्रेस कमेटी ने कलेक्टोरेट चौक पर आतंकवाद का पुतला फूंका और पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाए। पुतला दहन के उपरांत आतंकवाद की इस घटना में मृतकों को 2 मिनट की श्रद्धांजलि अर्पि
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कांग्रेस जिलाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने आतंकवाद का पुतला जला विरोध प्रदर्शन किया। जिला कांग्रेस अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने कहा कि आतंकवादियों ने जिस प्रकार निर्दाेष और निहत्थे लोगों की हत्या की है, उसकी कांग्रेस परिवार कड़ी निंदा करता है।
मोमबत्ती जला दी श्रद्धांजलि
आतंकवाद की यह भयावह घटना सुरक्षा में चूक का परिणाम है। केंद्र सरकार ने कश्मीर में शांति का हवाला देकर देश के नागरिकों को कश्मीर में पर्यटन के लिए बुलाया, लेकिन वे आम नागरिकों को सुरक्षा देने में असफल रहे। यह सरकार की नाकामी है।
सरकार के हर निर्णय को समर्थन बाल कृृष्ण पाठक ने कहा कि सरकार तुरंत सर्वदलीय बैठक बुला कर पाक अधिकृत कश्मीर को भारत में शामिल करने के लिए सेना को आक्रमण की अनुमति दे। कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व और पूरी पार्टी सरकार के हर निर्णय के साथ है।
प्रदर्शन के दौरान पीसीसी महामंत्री द्वितेंद्र मिश्रा, राकेश गुप्ता, हेमंत सिन्हा, मो इस्लाम, अरविंद सिंह गप्पू, सीमा सोनी, दुर्गेश गुप्ता, अनिल सिंह, रामविनय सिंह, मो अब्बास, संध्या रवानी, गीता प्रजापति, इरफ़ान सिद्दीकी, पपिंदर सिंह, अशफाक अली सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी मौजूद थे।
TS बोले देश जवाब मांगता है, खोखले भाषण नहीं पूर्व डिप्टी CM टीएस सिंहदेव ने लिखा कि अभी एक हफ्ते पहले ही गृहमंत्री अमित शाह ने दावा किया था कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को प्रभावी रूप से कम कर दिया गया है, लेकिन हाल ही में पहलगाम हमले के दिल दहला देने वाले दृश्यों ने उस कथन को तोड़ दिया है।
सिंहदेव ने कहा कि सरकार की बड़ी विफलताओं को उजागर कर दिया है। प्रधानमंत्री मोदी, आपके बड़े-बड़े घोषणा के बावजूद आतंकवाद क्यों नहीं रुका? जम्मू-कश्मीर में नागरिकों, तीर्थयात्रियों और हमारे सैनिकों की सुरक्षा के लिए आपकी सरकार ने क्या ठोस कदम उठाए हैं?
सिंहदेव ने कहा कि हमारी खुफिया और सुरक्षा प्रणालियां ऐसे भयानक हमलों को रोकने में क्यों विफल हो रही हैं? जवाबदेही तय होने से पहले और कितनी जानें जानी चाहिए? जब तक लोग खून बहाते रहेंगे, आप कब तक बयानबाजी के पीछे छिपे रहेंगे?। देश जवाब मांगता है- और खोखले भाषण नहीं।