लखनऊ28 मिनट पहले
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लखनऊ के पीजीआई अस्पताल में एक ईमानदारी की मिसाल सामने आई है। बलिया के रहने वाले संतोष कुमार अपने भाई के इलाज के लिए पीजीआई से दवाइयां लेकर ऑटो में बैठे। लेकिन जल्दबाजी में उनका बैग ऑटो में ही छूट गया।
बैग में करीब 8000 रुपए की दवाइयां और कपड़े थे। ऑटो चालक सुधाकर, जो अंबेडकर नगर के पकरौली के रहने वाले हैं, ने बैग देखा। उन्होंने तुरंत पीजीआई गेट पर तैनात ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर (TSI) पंकज कुमार को इसकी जानकारी दी।
TSI पंकज कुमार ने बैग की जांच की। उसमें पीजीआई का एक बिल मिला जिस पर केस नंबर लिखा था। वे तुरंत पीजीआई अस्पताल गए और केस नंबर की मदद से मरीज का नाम और फोन नंबर पता किया। फिर उन्होंने संतोष कुमार को फोन कर पीजीआई गेट पर बुलाया।
संतोष कुमार को जब उनका बैग वापस मिला तो वे बहुत खुश हुए। उन्होंने TSI पंकज कुमार और ऑटो चालक सुधाकर का आभार जताया। उन्होंने बताया कि वे अपने भाई का इलाज करवा रहे हैं और इस मुश्किल समय में सामान मिलने से बहुत राहत मिली।