पंजाब के बरनाला जिले के गांव भोतना में स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति चिंताजनक हो गई है। 35 साल पुरानी इमारत जर्जर हालत में है। पिछले तीन सालों से स्वास्थ्यकर्मी गांव के एक किराए के मकान से सेवाएं दे रहे हैं। स्वास्थ्य केंद्र की इमारत गिरने की कगार पर है
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सरकार की नीति पर उठाए सवाल
केंद्र में सीएचओ, एएनएम और पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ता तैनात हैं, लेकिन सरकार ने अभी तक नई इमारत बनाने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया है। ग्रामीण अमनदीप सिंह और अमरजीत सिंह सेखों ने सरकार की स्वास्थ्य नीति पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि सरकार स्वास्थ्य और शिक्षा क्रांति के दावे तो कर रही है। लेकिन गांव में एक बुनियादी स्वास्थ्य केंद्र का भवन तक नहीं बना पा रही है। उन्होंने इस मुद्दे पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
कई बार अधिकारियों को लिखे पत्र
एएनएम करमजीत कौर ने बताया कि वह गांव में एक टीचर के घर पर अपनी सेवाएं दे रही हैं। औसतन प्रतिदिन करीब 50 मरीज जांच और दवा के लिए आ रहे हैं। हमने भवन के संबंध में विभागीय अधिकारियों को कई बार पत्र लिखा है। वहीं एसएमओ डॉ. इंदू बंसल ने कहा कि भोतना में स्वास्थ्य केंद्र के भवन के बारे में प्रस्ताव सरकार व विभाग को भेजा गया है और सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं मिला है। जैसे ही अनुदान मिलेगा, नई इमारत बना दी जाएगी।