दतिया जिले में बाढ़ और भारी बारिश की आशंका को देखते हुए प्रशासन सक्रिय हो गया है। कलेक्टर स्वप्निल वानखेडे ने बुधवार को कोटरा, डंगराकुआं, पालडेरा और हिनोतिया का दौरा किया। ये वे गांव हैं, जहां 2021 की बाढ़ में नुकसान हुआ था।
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कलेक्टर ने ग्रामीणों और अधिकारियों से पिछली बाढ़ की जानकारी ली। उन्होंने समय रहते सभी जरूरी इंतजाम पूरे करने के निर्देश दिए। प्रशासन ने डूब क्षेत्रों को चिह्नित करने का काम शुरू कर दिया है। पुलों पर चेतावनी बोर्ड और बैरियर लगाए जाएंगे। बैरियर की निगरानी के लिए ग्राम पंचायत से स्थानीय व्यक्ति की नियुक्ति की जाएगी।
आपदा प्रबंधन टीमों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। रेस्क्यू बोट और गोताखोर तैयार रखे जाएंगे। मेडिकल टीमें भी अलर्ट मोड पर रहेंगी। स्वास्थ्य विभाग संभावित बाढ़ क्षेत्रों में दवाइयों का स्टॉक रखेगा। जरूरत पड़ने पर मोबाइल ICU वैन तैनात की जाएगी।
ग्रामीणों को सुरक्षित पेयजल मिले, इसके लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को अलर्ट किया गया है। गांवों में सायरन लगाए जाएंगे। इससे खतरे के समय लोगों को तुरंत सूचना मिल सकेगी। कलेक्टर ने स्कूल और पंचायत भवनों का निरीक्षण भी किया।
उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। दौरे में पुलिस अधीक्षक सूरज कुमार वर्मा, एसडीएम संतोष तिवारी, संयुक्त कलेक्टर ऋषि कुमार सिंघई और तहसीलदार बृजमोहन आर्य मौजूद थे।