वाराणसी में काल फारवर्ड कर साइबर जालसाजों ने खाते से निकाले 4.59 लाख रुपए।
वाराणसी के जयापुर गांव के रहने वाले विक्रम के दो अकाउंट से साइबर फ्रॉडों ने कुल 4.59 हजार रुपए निकाल लिए। जबकि विक्रम ने मोबाइल पर ओटीपी को किसी से शेयर भी नहीं किया था। विक्रम ने पुलिस में शिकायत की है। जहां बीएनएस की धारा 66D में मुकदमा दर्ज किया ग
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व्यक्ति की तत्परता और बैंक के सहयोग से उसके 1 लाख 90 हजार रुपए बच गए। ऐसे में कुल 2.69 हजार रुपए का फ्राड हुआ है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। इसमें अपराधियों के डिजिटल फुट प्रिंट का सहारा लिया जा रहा है।
दो मोबाइल नंबर पर फारवर्ड की गयी थी काल विक्रम ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया- अनजाने में मेरे मोबाइल नंबर की काल दो मोबाइल नंबर पर फारवर्ड कर दी गई थी। 5 मार्च की सुबह नेट बैंकिंग के माध्यम से मेरे मोबाइल पर एक ओटीपी आया। उसे मैंने किसी को शेयर नहीं किया। फिर भी मेरा नेट बैंकिंग लॉगिन कर लिया गया। इसकी जानकार जब तक मुझे होती मेरे अकाउंट से 4.49 लाख रुपए निकाल लिए गए।
पहले डाले 8 रुपए फिर निकाले एक अकाउंट से 4.49 लाख रुपए विक्रम ने बताया- साइबर जालसाजों ने मेरे केनरा बैंक शाखा जयापुर में अकाउंट नंबर 98842140000190 में 8 रुपए डाले गए। इसके बाद तीन बार में 50,000, 1,99,000 और 2,00,000 रुपए निकाल लिए। कुल 4 लाख 49 हजार रुपए निकलने के बाद मई परेशान होगया। थोड़ी ही देर बाद इसी बैंक में मेरे अकाउंट नंबर 98842210000132 दो लाख रुपए क्रेडिट हुए तो बैंक भागा। वहां पहुंचने से पहले उसमे से भी 10,000 रुपए निकाल लिए गए थे।
खाता कराया सीज तो बचे 1.90 लाख विक्रम ने बताया- बैंक पहुंचकर बैंक मैनेजर को स्थिति से अवगत कराया और दस मिनट के अंदर खाता फ्रीज कराया। जिसके बाद अकाउंट में एक लाख 90 हजार रुपए बच पाए। इसके बाद बैंक मैनेजर के जरिए पैसा वापस लाने की बता की पर उन्होंने असमर्थता जताई। जिसके बाद पुलिस को शिकायती पत्र दिया है।
पुलिस ने दर्ज की एफआईआर थाना प्रभारी राजातालाब अजीत कुमार वर्मा ने बताया- पीड़ित की तहरीर के आधार पर 66D का मुकदमा दर्ज किया गया है। हम जांच कर रहे हैं और एक्सपर्ट की मदद से साइबर अपराधियों को पकड़ने की कोशिश में लगे हुए हैं। डिजिटल फुट प्रिंट और किन अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए गए हैं। इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। जल्द ही साइबर अपराधियों को पकड़ लिया जाएगा।