गुंडरदेही में किसान ने रजिस्ट्री दफ्तर में जहर पीकर आत्महत्या की कोशिश की
छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के गुंडरदेही में जमीन की रजिस्ट्री कराने पहुंचे एक किसान ने रजिस्ट्रार कार्यालय में जहर पीने की कोशिश की। जिसके बाद आनन-फानन में गुंडरदेही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। जहां उसकी हालात सामान्य है।
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पूरी घटना गुरुवार दोपहर की बताई जा रही है। ग्राम भुसरेंगा निवासी रामकुमार साहू (46 वर्ष) पिछले एक साल से अपनी निजी जमीन की रजिस्ट्री कराने के लिए रजिस्ट्रार और एसडीएम कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन जमीन के दस्तावेज और पहचान पत्र में नाम के अंतर के चलते समस्या का समाधान नहीं हो पाया। जिसके बाद किसान ने तंग आकर रजिस्ट्रार कार्यालय में ही आत्महत्या की कोशिश की।
इस दौरान उन्होंने वीडियो भी बनाया और कहने लगा – एक किसान का बेटा, इस न्यायालय में न्याय नहीं मिलने पर पॉइजन ले रहा है, यह देखिए। सरकार को बता दीजिएगा। यह कहते हुए जहर पीने की कोशिश की तभी पास में खड़े व्यक्ति ने उससे जहर छीनने लगा। तब विवाद की स्थिति निर्मित हो गई। इस दौरान कार्यालय में हड़कंप मच गया।
बहन के दस्तावेजों में नाम का अंतर, नहीं हो रहा रजिस्ट्री
पीड़ित रामकुमार साहू ने बताया कि वे पिछले एक साल से अपनी निजी जमीन की रजिस्ट्री कराने के लिए रजिस्ट्रार और एसडीएम कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। समस्या की जड़ यह है कि जमीन के दस्तावेजों में उनकी बहन का नाम रेवती उर्फ लक्ष्मी दर्ज है। जबकि शादी के बाद बने आधार कार्ड, पैन कार्ड और अन्य दस्तावेजों में उनका नाम लक्ष्मी बाई लिखा गया है। इस नामांतर के कारण रजिस्ट्री की प्रक्रिया अटक गई है।
रजिस्ट्री नियमों में सरकार को करना चाहिए संशोधन
रामकुमार ने बताया कि उन्होंने कई बार अधिकारियों से विनती की। लेकिन शासकीय नियमों का हवाला देकर उन्हें निराश ही लौटाया गया। आखिरकार मानसिक रूप से टूटकर उन्होंने यह आत्मघाती कदम उठाया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को जमीन रजिस्ट्री से जुड़े नियमों में लचीलापन लाना चाहिए ताकि किसानों को ऐसी पीड़ा से न गुजरना पड़े।
उप पंजीयक ने कहा – नियम के विपरीत काम कैसे करें
गुंडरदेही की उप पंजीयक शशिकांता ने बताया कि आवेदक के जमीन के दस्तावेज और पहचान पत्र में नाम अलग-अलग था। जिसे सुधरवा कर लाने कहा गया। व्यक्ति कार्यालय में आया और कोई चीज पीने लगा। हमनें इसकी सूचना और शिकायत गुंडरदेही थाने में भी की है। शासन के नियमानुसार काम किया जा रहा है।