रायपुर के कई इलाकों में इसी तरह झुंड में कुत्ते नजर आते हैं।
रायपुर शहर में डॉग बाइट की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। साल 2025 के 14 दिन में राजधानी में डॉग बाइट के 160 केस सामने हैं। साल 2023 के मुकाबले 2024 में 47 प्रतिशत डॉग बाइट के मामले बढ़े हैं।
.
दरअसल, 2023 में रायपुर शहर में 1929 और 2024 में बढ़कर यह 2832 पहुंच गया है। रायपुर नगर निगम की ओर से अवारा कुत्तों के लिए शैल्टर का निर्माण किया जा रहा है, जो अभी तक शुरू नहीं हो पाया है।
रायपुर में कुछ दिन पहले एक कुत्ते ने बच्ची पर हमला कर दिया था।
बिना छेड़खानी किया हमला
रायपुर में कुत्ते बिना छेड़खानी किए लोगों पर हमला कर रहे हैं। 12 जनवरी को देवेन्द्र नगर इलाके में आवारा कुत्ते ने अचानक 8 साल की बच्ची पर हमला कर दिया। डॉग ने दौड़ाकर बच्ची पर झपट्टा मारा और उसे गिराकर काटने लगा। जिसके बाद पास खड़े युवक ने बच्ची की जान बचाई थी। परिजानों में बच्ची को अंबेडकर अस्पताल में इंजेक्शन लगवाया।
साल 2024 में डॉग बाइट के केस
महीना | केस की संख्या |
जनवरी | 272 |
फरवरी | 212 |
मार्च | 239 |
अप्रैल | 202 |
मई | 191 |
जून | 205 |
जुलाई | 239 |
अगस्त | 266 |
सितंबर | 197 |
अक्टूबर | 232 |
नवंबर | 288 |
दिसंबर | 289 |
कुल केस | 2832 |
दवा और खाना नहीं मिलने से भी होते हैं हिंसक
वरिष्ठ पशु चिकित्सक संजय जैन ने बताया कि, कोई भी पशु हिंसक तभी होता है, जब उसकी जरूरत पूरी नहीं होती है। स्ट्रीट डॉग को खाना सही ढंग से नहीं मिलता और जब वे भूखे प्यासे रहते हैं, तो ऐसी स्थिति में वे किसी पर हमला करते हैं।
डॉक्टर ने बताया कि, अगर कभी किसी पशु को छेड़ा जाए या जबरन उन्हें मारा जाए तो वह चिढ़ जाते हैं। ज्यादातर देखा गया है कि कुत्ते हर कार के पीछे दौड़ते हैं, उन्हें यह मालूम नहीं रहता कि कौन से कार वाले ने पहले उन्हें चोट पहुंचाई है। ऐसी ही स्थिति बाइक सवार वालों के साथ भी होती है।
इसके अलावा बच्चे भी नासमझी में कई बार कंकड़ पत्थर मारकर स्ट्रीट डॉग को छेड़ने की कोशिश करते हैं। ऐसी स्थिति में भी वह हिंसक होते हैं। वेटरनरी डॉक्टर संजय जैन ने बताया कि, स्ट्रीट डॉग के पेट में कीड़े होते हैं। जिनकी दवा नहीं मिलने से या शरीर में खुजली होने की वजह से वे बेचैन हो जाते हैं।
कुत्ते के काटने पर हड़बड़ी न मचाएं, करें 5 उपाय
- कुत्ते के काटने पर अगर आपको मामूली सी चोट आई है या फिर खरोंच है, तो सबसे पहले चोट को साफ पानी से धो लें।
- वायरस फैलने से रोकने के लिए आप एंटी बैक्टीरियल क्रीम का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- घाव अगर कम है तो आप पट्टी या कपड़ा न बांधें। खुला रहने दें।
- खून बह रहा है या मांस दिख रहा है तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं और प्राथमिक उपचार करवाएं।
साल 2023 में डॉग बाइट केस की संख्या
महीना | केस की संख्या |
जनवरी | 167 |
फरवरी | 166 |
मार्च | 177 |
अप्रैल | 171 |
मई | 176 |
जून | 177 |
जुलाई | 127 |
अगस्त | 141 |
सितंबर | 145 |
अक्टूबर | 165 |
नवंबर | 179 |
दिसंबर | 138 |
कुल केस | 1929 |
डॉग बाइट की कुछ घटनाएं पढ़िए…
- ढाई साल की बच्ची पर कुत्तों ने किया था हमला
नवंबर 2023 में महीने में रायपुर के रामनगर इलाके में कुत्तों ने ढाई साल की बच्ची पर हमला कर दिया था। बच्ची घर के बाहर खेल रही थी, तभी अचानक कुत्तों के झुंड ने उस पर हमला कर दिया। बच्ची को घसीटते कुत्ते हुए ले गए और नोचने लगे।
इस दौरान वहां मौजूद बाकी बच्चों के शोर मचाने के बाद परिजन मौके पर पहुंचे। कुत्तों को खदेड़ा, तब उसकी जान बच पाई थी। कुत्तों के काटने से बच्ची के सिर, चेहरे और शरीर पर 15 से ज्यादा जगह खरोंच आई थी। पढ़ें पूरी खबर…
- 5 दिन बाद डॉक्टर को कुत्ते ने काटा
इस घटना के 5 दिन बाद ही रायपुर के कटोरा तालाब के पास एक कुत्ते ने रायपुर मेडिकल कॉलेज के पैथोलॉजी विभाग के HOD डॉक्टर अरविंद नेरल पर हमला किया था। इस दौरान डॉक्टर ने कुत्ते जबड़े से अपना पैर छुड़ाना चाहा, लेकिन दूसरे पैर पर भी कुत्ते ने काट लिया। जिससे उनके दोनों पैर से खून भी निकलने लगा था। पढ़ें पूरी खबर…
- 2 पिटबुल डॉग ने डिलीवरी बॉय पर जानलेवा अटैक
13 जुलाई 2024 को रायपुर में 2 पिटबुल डॉग ने डिलीवरी बॉय पर जानलेवा अटैक किया था। अनुपम नगर में एक डिलीवरी बॉय पार्सल छोड़ने डॉक्टर के घर आया था। इसी दौरान पिटबुल ने अपने जबड़े से युवक के हाथों को नोंच लिया। वहीं, दूसरा डॉग युवक के पैरों को काटते रहा।
पिटबुल डॉग भौंकते हुए उसके पास पहुंचे और पैर-हाथ को जबड़े में फंसा लिया। युवक किसी तरह अपनी जान बचाते हुए सड़क किनारे खड़ी एक कार पर चढ़ गया। कार की हाइट अधिक होने की वजह से पिटबुल चढ़ नहीं पाया। युवक के शरीर से इतना खून बह रहा था कि कार पर भी फैल गया। युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था। पढ़ें पूरी खबर…