गुवाहाटी1 मिनट पहले
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तस्वीर 15 जनवरी 2025 की है। इसी दिन कांग्रेस के कोटला रोड वाले नए मुख्यालय का उद्घाटन किया गया था।
राहुल गांधी के हालिया बयान को लेकर असम में गुवाहाटी के पान बाजार पुलिस स्टेशन में शनिवार को FIR दर्ज की गई। FIR में आरोप है कि राहुल ने भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरे में डालने वाले बयान दिए। BNS की धारा 152 के तहत इसे गैर जमानती अपराध की कैटेगरी में रखा गया है।
शिकायतकर्ता मोनजीत चेतिया ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी के बयान ने भाषण की उन सीमाओं को पार कर लिया है, जिन्हें स्वीकार किया जा सकता है। इससे सार्वजनिक व्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर दिया है।
चेतिया ने दावा किया कि गांधी के शब्द राज्य के अधिकार को न मानने की कोशिश थे। इससे ऐसा खतरा पैदा हो गया है, जो अशांति और अलगाववादी भावनाओं को भड़का सकता है।
दरअसल, राहुल गांधी ने 15 जनवरी को दिल्ली के कोटला रोड पर कांग्रेस पार्टी के नए मुख्यालय के उद्घाटन के दौरान कहा था कि भाजपा, RSS ने हर एक संस्थान पर कब्जा कर लिया है। अब हम BJP-RSS और इंडियन स्टेट से लड़ रहे हैं।
शिकायतकर्ता का दावा- राहुल का बयान चुनावी हताशा
मनोज चेतिया ने FIR में यह भी दावा किया कि राहुल गांधी की यह टिप्पणी बार-बार चुनावों में मिल रही हार की हताशा से प्रेरित थी। चेतिया ने कहा- विपक्ष के नेता के तौर पर राहुल गांधी पर लोकतांत्रिक संस्थाओं में जनता का विश्वास बनाए रखने की जिम्मेदारी है, लेकिन इसके बजाय उन्होंने झूठ फैलाने और विद्रोह भड़काने के लिए अपने मंच का फायदा उठाना चुना, जिससे भारत की एकता और संप्रभुता खतरे में पड़ गई।
चेतिया बोले- लोकतांत्रिक तरीकों से जनता का विश्वास हासिल करने में असमर्थ होने के बाद, आरोपी अब केंद्र सरकार और भारतीय राज्य के खिलाफ असंतोष भड़काने की कोशिश कर रहा है।