सिमरिया गंगा घाट पर उमड़ी भीड़।
माघी पूर्णिमा के दिन महाकुंभ में स्नान के लिए बेगूसराय से प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ बरौनी जंक्शन उमड़ी पड़ी है। प्रयागराज की ओर जाने वाली सभी ट्रेनों में मंगलवार की रात से ही जबरदस्त भीड़ के कारण अफरातफरी मची हुई है।
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बरौनी जंक्शन पर आने वाली ट्रेनों में आरक्षित टिकट और सामान्य टिकट के बीच का अंतर लगभग खत्म हो गया है। श्रद्धालु किसी भी तरह प्रयागराज पहुंचने के लिए बेताब हैं, जिससे ट्रेनों में सीटों को लेकर मारामारी की स्थिति बनी हुई है।
गंगा स्नान के लिए उमड़ा जनसैलाब
वहीं, माघी पूर्णिमा के अवसर पर बिहार के झमटिया, चमथा से लेकर साहेबपुर कमाल राजघाट तक के गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। सिमरिया घाट पर सबसे अधिक भीड़ देखने को मिली, जहां बिहार ही नहीं, बल्कि नेपाल से भी श्रद्धालु पहुंचे।
शारीरिक और मानसिक शुद्धि के साथ मोक्ष प्राप्ति की कामना को लेकर हजारों श्रद्धालु रात से ही गंगा घाटों पर जुटे हुए थे। सुबह तीन बजे से राम-जानकी घाट से लेकर दिनकर घाट तक स्नान का सिलसिला अनवरत जारी है।
दान-पुण्य और पूजा-अर्चना की धूम
गंगा स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने धार्मिक परंपरा के अनुसार बड़े पैमाने पर पूजा-अर्चना और गुरु पूजन किया। सिमरिया धाम के सभी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। सर्वमंगला सिद्धाश्रम में भी विशेष पूजा आयोजित की गई, जहां स्वामी चिदात्मन जी ने प्रवचन दिया।
उन्होंने प्रवचन देते हुए कहा कि गंगा सदैव से मोक्षदायिनी रही है और आगे भी रहेगी। पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करने से सभी प्रकार के लोभ, मोह, ईर्ष्या और पापों का शमन होता है। इससे लौकिक और पारलौकिक गति की प्राप्ति संभव होती है। सिमरिया धाम में स्नान करने से पुण्य कई गुना अधिक बढ़ जाता है।
अन्य गंगा घाटों पर भी श्रद्धालुओं की भीड़
सिमरिया के अलावा, झमटिया, चमथा, राजघाट साहेबपुर कमाल, सिहमा, खोरमपुर और मधुरापुर सहित अन्य गंगा घाटों पर भी लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया। इस दौरान भक्तों ने अपनी आस्था और श्रद्धा के साथ दान-पुण्य कर आध्यात्मिक शांति की प्राप्ति की।
बरौनी जंक्शन पर उमड़ पड़ी है भीड़।