धनबाद, सोमवार:धनबाद के बरमसिया स्थित संप्रेषण गृह में सोमवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकार (DLSA) की ओर से विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस मौके पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सह अवर न्यायाधीश मयंक तुषार टोपनो ने बाल बंदियों से मुलाकात की और उन्हें प्रेरणादायक संदेश दिए।
न्यायाधीश टोपनो ने कहा, “बच्चे देश का भविष्य हैं, उनमें प्रतिभा की कोई कमी नहीं होती। जरूरत है केवल उन्हें सही मार्गदर्शन और अवसर देने की।” उन्होंने एलएडीसीएस के चीफ कुमार विमलेंदु एवं डिप्टी चीफ अजय कुमार भट्ट के साथ संप्रेषण गृह का निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान बाल बंदियों ने अपनी विभिन्न समस्याएं साझा कीं, जिन्हें गंभीरता से सुनकर न्यायाधीश ने संप्रेषण गृह प्रशासन को तत्काल समाधान के निर्देश दिए।
इस दौरान किशोर न्याय बोर्ड की प्रधान न्यायिक दंडाधिकारी नूतन एक्का, सदस्य पूनम सिंह, अजय कुमार, व एलएडीसीएस की टीम मौजूद रही। टीम ने बच्चों को कानूनी अधिकारों से अवगत कराया, जिसमें निर्दोषता की अवधारणा, गरिमा एवं स्वाभिमान, तथा कानूनी सुनवाई के अधिकार जैसे विषय शामिल थे।शिविर का उद्देश्य बाल बंदियों को कानूनी ज्ञान के साथ-साथ आत्मविश्वास देना और उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए प्रोत्साहित करना था।यह पहल बच्चों के पुनर्वास की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।