सुलतानपुर1 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
सुल्तानपुर में डाक सेवाओं की स्थिति गंभीर हो गई है। जनपद के चार उपडाकघर अधिकारियों की लापरवाही के कारण बंद पड़े हैं। इन डाकघरों में न तो डाक टिकट मिल रहे हैं और न ही रसीदी टिकट। रजिस्ट्री और स्पीडपोस्ट की सेवाएं भी बंद हैं।
स्थिति यह है कि नियमित उपभोक्ता अपना पैसा न तो निकाल पा रहे हैं और न ही जमा कर पा रहे हैं। डाकघरों में डाक सहायक और कर्मचारी तैनात हैं। वेतन भी दिया जा रहा है, लेकिन काम नहीं हो रहा। कहीं राउटर खराब है तो कहीं कंप्यूटर सिस्टम। कुछ जगहों पर प्रिंटर की समस्या है।
वर्तमान में प्रधान डाकघर के 25 कर्मचारी नैनीताल और पहाड़ी इलाकों की यात्रा पर गए हैं। इसके चलते आधा दर्जन उपडाकघर बंद हैं। कुछ कर्मचारियों को अचानक प्रशिक्षण पर भेज दिया गया है। इससे जनता को 44��अधिक कीमत पर डाक टिकट खरीदने पड़ रहे हैं।
बड़े डाकघर में केवल दो काउंटर चालू हैं, जहां लंबी कतारें लग रही हैं। दीवानी नोटिस की रजिस्ट्री के लिए कोई कर्मचारी मौजूद नहीं है। जबकि दीवानी की सभी नोटिसें रजिस्ट्री द्वारा ही मान्य होती हैं। बैंकों के बाद अल्प बचत योजनाओं के कारण जिले में लाखों लोग डाक सेवाओं से जुड़े हैं। हजारों डाक एजेंट भी इससे जुड़े हैं। लेकिन व्यवस्था की यह स्थिति चिंताजनक है।